मेरठः सर्दी का मौसम आते ही मेरठ की मशहूर रेवड़ी और गजक की डिमांड बढ़ जाती है. ऐसा कहा जाता है कि जो स्वाद मेरठ में बनी रेवड़ी और गजक का होता है, वह कहीं और बनी गजक रेवड़ी का नहीं होती. जैसे-जैसे ठंड बढ़ती है, यहां बनी गजक रेवड़ी की मिठास भी बढ़ जाती है. यहां बनी रेवड़ी गजक की डिमांड देशभर में है. इसके अलावा लोग विदेशों में रहने वाले अपने परिचितों को भी यहां बनी रेवड़ी गजक भेजते हैं.
शहर में रेवड़ी और गजक की सबसे अधिक दुकानें बुढ़ाना गेट बाजार और जिमखाना मैदान के पास है. इसके अलावा सदर बाजार में भी बड़ी संख्या में रेवड़ी गजक की दुकानें सजी हुई हैं. सर्दी के मौसम में इस बाजार से गुजरते समय रेवड़ी और गजक की खुशबू सांसों में भर जाती है. गुड़, तिल और काजू से बनी यहां की रेवड़ी और गजक की डिमांड देशभर में हैं.
पढ़ें- क्रिकेटर पूनम को पाली उमरीगर ट्रॉफी और दीप्ति को जगमोहन डालमिया पुरस्कार
दुकानदारों कहना है कि वैसे तो रेवड़ी और गजक पूरे देश में लगभग सभी शहरों में बनाई जाती है, लेकिन जो मिठास यहां बनी गजक और रेवड़ी में रहती है, वह कहीं और नहीं मिलती. दुकानदार संदीप का कहना है कि यहां के पानी में गंगा-यमुना के पानी की मिठास है. यह मिठास कहीं और देखने को नहीं मिलती. यही कारण है कि यहां बनी रेवड़ी गजक की मिठास कहीं और स्थानों पर बनी रेवड़ी गजक से अलग होती है
रेवड़ी गजक की ढेर सारी वैरायटी
रेवड़ी गजक की बाजार में ढेर सारी वैरायटी मौजूद है. करीब 30 प्रकार की रेवड़ी और गजक की वैराइटी बाजार में है. बच्चों की पसंद को देखते हुए पिज्जा और चॉकलेट के नाम से भी गजक की वैरायटी मौजूद है. इसके अलावा अन्य फास्ट फूड के नाम से भी गजक की वैराइटी बाजार में है. इसकी कीमत 200 रुपये से शुरू होकर 500 रुपये किलो तक है. देसी घी की बनी रेवड़ी गजक की कीमत अधिक है.