मेरठ: थाना बहसूमा इलाके के गांव मौड़खुर्द में बुधवार की रात उस वक्त अफरा तफरी मच गई. जब कुएं से ईंट निकालते वक्त कुएं की ढांग खिसक गई. मिट्टी की ढांग के नीचे एक मजदूर की दबने से मौत हो गई. जबकि चार युवक बाल-बाल बच गए. कुएं में युवक के दबने की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची तो ग्रामीणों ने आने में लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस पर पथराव कर वहां से दौड़ा दिया. जिसके बाद कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को हटाया.
बताया जा रहा है मृतक विकास दिन में कही ओर मजदूरी करके आया था और रात में सालों से बंद पड़े नलकूप के 40 फीट गहरे कुएं से ईंट निकाल रहा था. इस दौरान मिट्टी की कच्ची ढांग खिसक कर उसके ऊपर गिर गई.
रात में ईंट निकालते वक्त गिरी ढांग
थाना बहसूमा इलाके गांव मौड़खुर्द 23 वर्षीय विकास मेहनत मजदूरी करके अपना पेट भरता था. गांव निवासी परविंदर सिंह का नलकूप पिछले 15 सालों से बंद पड़ा था. 23 वर्षीय मजदूर विकास ने अपने चार साथियों के कुएं से ईंट निकालने का ठेका लिया था. बुधवार को दिन में कही और मजदूरी करने के बाद शाम को विकास और उसके साथी 40 फुट गहरे कुएं से ईंट निकालने पहुंचे. इस दौरान विकास कुएं में नीचे उतरा हुआ था जबकि उसके साथी ऊपर से ही उसकी मदद कर रहे थे. इसी दौरान मिट्टी की ढांग गिरने से नीचे काम कर रहा विकास मलबे में दब गया. साथी आशीष ने गांव पहुंचकर ग्रामीणों को इस बारे में जानकारी दी. जिसके बाद बड़ी संख्या में ग्रामीण मौके पर पहुंचे और मलबा हटाने की कोशिश की. लेकिन कुआं गहरा होने की वजह से नाकाम रहे.
पुलिस पर किया पथराव
सूचना मिलते ही पुलिस ने मौके पर पहुंच कर बुल्डोजर की मदद से मलबा हटाने की कोशिश की तो पुलिस के देरी से आने पर ग्रामीण भड़क गए और पुलिस टीम पर पथराव कर दौड़ा दिया. जिसके बाद कई थानों की फोर्स गांव में पहुंची और बल प्रयोग कर भीड़ को भगा दिया. पुलिस ने दो जीसीबी मशीनों की मदद से कुएं से मलबे को हटवाया.
मजदूर की मौत से मचा कोहराम
रात के 11 बजे मिट्टी में दबे मजदूर को बाहर निकाला गया. आनन-फानन में पुलिस मजदूर को सीएचसी हस्तिनापुर लेकर पहुंची. जहां डॉक्टरों ने विकास को मृत घोषित कर दिया.
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