मेरठः कमिश्नर सुरेंद्र सिंह ने सोमवार को सिंगल यूज प्लास्टिक के प्रतिबंध को लेकर अफसरों को कई निर्देश दिए. उन्होंने निर्देश दिए कि जो वैवाहिक आयोजन पूरी तरह से ईको फ्रेंडली (eco friendly) होंगे, उनके जोड़ों को सम्मानित किया जाए. उन्होंने इसके लिए अफसरों से तैयारी करने को कहा.
आयुक्त सभागार में मिलियन प्लस सिटी लेवल टाॅस्क फोर्स की बैठक में उन्होंने सिंगल यूज प्लास्टिक के उन्मूलन के निर्देश दिए. उन्होंंने कहा कि नगर निगम, नगर पालिकाओं व नगर पंचायतों से उनके क्षेत्र में कितना कूडा प्रतिदिन आता है, इसकी आख्या मंगाई जाए. साथ ही कहा कि प्लास्टिक के अनावश्यक इस्तेमाल को रोका जाए. मिठाई, गिफ्ट, डेयरी, खानपान के सामान की बिक्री करने वालों को बायो-डिग्रेडेबिल पैक में सामान देने के लिए कहा जाए.
स्कूल व कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएं. बच्चों को प्लास्टिक के नुकसान बताए जाएं. इसके लिए उन्होंने बेसिक शिक्षा अधिकारी से रूपरेखा तैयार करने को कहा. उन्होंने कहा कि स्कूल-कॉलेजो, ग्राम पंचायतो को गोद लेकर वहां सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल न होने दें. उन्होने कहा कि बडी कंपनियां जिनके उत्पाद जनपद में बिकते हैं, उनकी बिक्री का आंकड़ा लेकर सीएसआर फंड से जनपद में होने वाले जागरूकता कार्यक्रम के लिए योगदान लिया जाए.
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नगर आयुक्त मनीष बंसल ने कहा कि सिंगल यूज प्लास्टिक जैसे 100 माइक्रॉन से कम वाले प्लास्टिक/थर्माेकोल, डिस्पोसेबल कटलरी, प्लेट, कप, गिलास, प्लास्टिक कांटा, प्लास्टिक चम्मच, चाकू, ट्रे, स्ट्रा, प्लास्टिक फ्लैग, गिफ्ट पैक व इनविटेशन कार्ड को पैक करने वाली फिल्म, प्लास्टिक और पीवीसी बैनर इनका उपयोग नहीं करना चाहिए. इस दौरान डीएम के बालाजी, क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण अधिकारी योगेन्द्र कुमार, सहायक अभियंता प्रखर कुमार, डीपीआरओ रेनू श्रीवास्तव, बीएसए योगेन्द्र कुमार, डीआईओएस गिरिजेश सिंह आदि मौजूद थे.