मेरठ: जनपद में कोरोना का कहर बढ़ता जा रहा है. शहर में पॉजिटिव मरीजों की संख्या ने पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जनपद में पिछले 24 घंटे में 595 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है. वहीं मेडिकल कॉलेज में 8 मरीजों की मौत हो गई. जिले में मौत का आंकड़ा बढ़कर अब 421 हो गया है, जबकि जिले में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 2556 हो गई है. एक्टिव मरीजों में 1228 मरीजों को होम आइसोलेट किया गया है वहीं 1328 मरीज अस्पताल में भर्ती है.
लगातार बढ़ रहा कोरोना संक्रमण
दरअसल, मेरठ जिला एनसीआर में होने के कारण स्थानीय लोगों का दिल्ली आना जाना लगा रहता है. दिल्ली में कोरोना के भयावाह हालात बने हुए हैं. यही वजह है कि मेरठ जिले में भी कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. गुरुवार की देर रात आई पॉजिटिव लिस्ट ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए. जनपद में 595 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आने से स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया है.
रोज रिकॉर्ड तोड़ रहे आकड़े
जिले में मार्च 2020 से अब तक कुल 1121750 लोगों के सेम्पल लिये जा चुके हैं. जिनमें से 24666 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जबकि 1097084 लोगों के सेम्पल नेगेटिव आये हैं. कोरोना की दूसरी लहर में कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 2556 है, जबकि 421 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है.
हॉस्पिटल में बढ़ाई जा रही बेड क्षमता
मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि सरदार बल्लभाई पटेल मेडिकल कॉलेज में 250 बेड का नया कोविड अस्पताल बनाया गया है. उन्होंने कहा कि अस्पताल में 48 घंटे के लिए ऑक्सीजन का बैकअप रहता है. वर्तमान में 150 बेड और बढ़ाने के निर्देश मिले हैं, जिस पर मेडिकल कॉलेज प्रशासन कार्य कर रहा है. उन्होंने बताया कि मेडिकल कॉलेज में 135 वेंटिलेटर बेड चल रहे हैं. डॉ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि डॉक्टरों की टीम फ्रंट लाइन पर काम कर रही है. समस्त स्टाफ को बार बार इंफेक्शन कंट्रोल की ट्रेनिंग दी जा रही है.
एनसीआर और शुभारती मेडिकल कॉलेज को बनाया गया कोविड हॉस्पिटल
डॉ ज्ञानेंद्र सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने कुछ प्राइवेट अस्पतालों को कोविड अस्पताल बनाया है. प्राइवेट एनसीआर मेडिकल कॉलेज में कोविड मरीजों के लिए 300 बैड की व्यवस्था की गई है. वहीं शुभारती मेडिकल कॉलेज में 400 बैड का कोविड अस्पताल बनाया गया है.
सांसद ने की वैक्सिनेशन की अपील
जिले के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि 45 साल से ज्यादा आयु के लोग वैक्सिनेशन अवश्य कराए. उन्होंने कहा कि जनपद में वैक्सीन की कोई कमी नहीं है. सांसद ने कहा कि वैक्सिनेशन कराना और सावधानी बरतना हर किसी की जिम्मेदारी है, तभी हम कोरोना की दूसरी लहर पर विजय प्राप्त कर सकेंगे. उन्होंने बताया कि सरकार ने विभिन्न मेडिकल कॉलेजों में कोरोना इलाज के लिए 100 करोड़ रुपये का फंड जारी किया है.
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परेशानी में मेडिकल छात्र-छात्राएं
मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे मेडिकल छात्र छात्राओं का कहना है कि मेडिकल कॉलेज प्रशासन उन्हें परेशान कर रहा है. 400 छात्र छात्राओं को अपनी पढ़ाई के साथ ड्यूटी भी करनी पड़ रही है. छात्रों ने बताया कि ड्यूटी में तैनात 15 छात्र छात्राएं कोरोना संक्रमित हो गए हैं. छात्रों ने बताया कि हम लोग पढ़ाई नहीं कर पा रहे हैं.
बढ़ाई गई टेस्टिंग स्पीड
सीएमओ डॉ अखिलेश मोहन ने बताया कि जिले में कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह अलर्ट है. उन्होंने बताया कि 6 प्राइवेट और 1 सरकारी लैब में कोरोना की जांच की जा रही है. उन्होंने बताया कि सरकारी लैब में 6 से 7 हजार टेस्ट प्रतिदिन किए जा रहे हैं. टेस्ट की क्षमता 7000 से बढ़ाकर 10000 प्रतिदिन की जा रही है.