मेरठ : पश्चिमी यूपी की कांवड़ यात्रा लोगों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई है. सड़कों पर शिवभक्तों का जत्था नाचते-गाते गुजर रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मार्गों से गुजर रहे कांवड़ियों पर फूलों की बारिश की. सीएम के आगमन को लेकर पुलिस-प्रशासन की ओर से व्यापक इंतजाम किए गए. मेरठ से लेकर बरनावा तक शिवभक्तों पर पुष्पवर्षा की गई.
रोजाना गुजर रहे लाखों भक्त : इससे पूर्व कमिश्नर आईजी, डीएम, एससपी ने कांवड़ मार्गों का हवाई सर्वेक्षण किया. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से हेलीकॉप्टर से पहले चरण में जिले के डीएम और एससपी ने भोलेनाथ के भक्तों पर पुष्पवर्षा की. इसके बाद दूसरे चरण में कमिश्नर सेल्वा कुमारी जे और आईजी नचिकेता झा ने भी पुष्पवर्षा की. मेरठ जिले की सीमा से हर दिन लाखों शिवभक्त अपने-अपने गंतव्यों की ओर बढ़ रहे हैं.
पिछले साल रहे थे दो करोड़ से ज्यादा शिवभक्त : मेरठ जिला प्रशासन के आंकड़ों पर नजर डालें तो राजस्थान, हरियाणा दिल्ली समेत वेस्ट यूपी के तमाम जिलों के शिवभक्त हरिद्वार और गौमुख से कांवड़ लेकर मेरठ जिले की सीमा से गुजरते हैं. प्रशासन का दावा पिछले साल दो करोड़ से ज्यादा शिवभक्तों ने कांवड़ मार्गों से आवाजाही की थी.
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पुरामहादेव पर भी हुई पुष्पवर्षा : बागपत जिले के भगवान शिव के सबसे चर्चित और प्रसिद्ध मंदिर पुरामहादेव पर भी आसमान से पुष्पवर्षा की गई. रूट्स तय कर दिए गए थे. चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से हेलीकॉप्टर से अधिकारियो ने उड़ान भरी. सबसे पहले मेरठ में बेगमपुल, उसके बाद सिवाया टोल, दादरी, सलावा, नानू पुल, पूठखास पुल, जानी पुल, कंकरखेड़ा फ्लाईओवर और मेरठ के सबसे प्रसिद्ध भगवान शिव के मन्दिर औघड़नाथ मंदिर पर भी पुष्पवर्षा की गई. इसी तरह कमिश्नर और आईजी बागपत ने पुलिस लाइन से रेलवे क्रासिंग, बरनावा पुलिस चौकी, गल्हैता गांव और पुरामहादेव मंदिर पर पुष्पवर्षा की. बता दें कि कांवड़ यात्रा को वेस्टर्न यूपी में सबसे बड़े आयोजन के तौर पर जाना जाता है.
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