मेरठ: मेरठ में सेना में नौकरी के नाम पर फर्जीवाड़ा करने का बड़ा मामला सामने आया है. जहां टेरिटोरियल आर्मी में तैनात एक जवान ने अपने साथी के साथ मिलकर, 2 भाइयों को सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर 16 लाख रुपये की ठगी की वारदात को अंजाम दिया. पीड़िता की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया है. पुलिस ने ठगी में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है.
एक भाई को बकायदा 4 महीने कैंट एरिया में रखकर फॉलोअर की नौकरी भी करा दी और प्रत्येक माह उसके खाते में वेतन के नाम पर ₹12,000 भी डाले गए ऐसे में अब पीड़ित ने पुलिस से पूरे मामले की शिकायत की जिसके बाद पुलिस ने पूरे मामले में मुकदमा दर्ज किया और ठगी की वारदात में शामिल दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया.
दरअसल, गाजियाबाद जिले के रहने वाले मनोज का संपर्क मुजफ्फरनगर के रहने वाले राहुल से हुआ. राहुल टेरिटोरियल आर्मी में सिपाही है. राहुल ने अपने दोस्त बिट्टू( दौराला निवासी) के साथ मिलकर मनोज को भरोसा दिलाया कि वह उसकी नौकरी सेना में लगवा देंगे. राहुल ने मनोज को बताया कि बिट्टू सेना में कर्नल और वह टेरिटोरियल आर्मी में सिपाही है. इसके बाद इन दोनों ने मनोज और उसके भाई की नौकरी लगवाने के लिए 10 लाख नगद और 6 लाख रुपए खाते में ले लिए.
इसके बाद राहुल टेरिटोरियल आर्मी ऑफिस में मनोज को अपने साथ फॉलोअर के तौर रखने लगा, और मनोज को बाजार से सेनी की वर्दी व आईडी कार्ड भी दिला दी. टेरिटोरियल ऑफिसम में मनोज खाना बनाने का काम करने लगा. इस काम के मनोज के खाते में बकायदा हर महिने 12 हजार रूपए सैलरी के तौर पर डाले गए.
पीड़ित ने बताया कि पूरी वारदात के दौरान में बिट्टू कर्नल की वर्दी पहनकर और मनोज सिंह सेना की वर्दी में वीडियो कॉल से बात करता था. जब मनोज अपनी नौकरी के लिए कुछ कहता, तो राहुल कहता कि कर्नल साहब अभी विदेश में हैं. वहां से लौटने के बाद तुम्हारा सेक्शन बदल देंगे. इसके बाद मनोज को फॉलोअर की नौकरी नहीं करनी पड़ेगी.
जैसे ही इस पूरे मामले में मनोज को राहुल पर शक हुआ, तो वह पुलिस के पास पहुंचा और शिकायत दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस और आर्मी की दिल्ली जॉइंट यूनिट सर्तक हो गई. दोनों ने मिलकर ठगी करने वाले इस गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए दोनों को गिरफ्तार कर लिया. अब पुलिस इस पूरे मामले में मुकदमा दर्ज आगे की वैधानिक कार्रवाई कर रही है.
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