मेरठः बीते दिनों शहर के नामी वरिष्ठ अधिवक्ता रमेश चंद गुप्ता के साथ ऑफिस में काम करने वाली नाबालिग लड़की के कई अश्लील वीडियो वायरल हुए थे. इस मामले को बार एसोसिएशन ने गंभीरता से लेते हुए ने उनकी सदस्यता रद कर दी थी. साथ ही बार कौंसिल को भी इस संबंध में लिखा था. इस मामले में पुलिस ने वरिष्ठ अधिवक्ता समेत दो सफेदपोश के खिलाफ एफआईआर दर्ज की थी. अब इसमें पॉस्को और दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाई गईं हैं.
इस संबंध में गुरुवार को पीड़िता के बयान कोर्ट में दर्ज किए गए. उसी आधार पर अब दो अन्य सफेदपोशों के नाम भी सामने आए. इस मामले में नाबालिग ने वकील रमेश गुप्ता समेत दो सफेदपोशों को भी आरोपी बनाया है. हालांकि पुलिस किसी के भी नाम लेने से कतरा रही है. इस मामले में आरोपी अधिवक्ता रमेश चंद्र गुप्ता का भांजा और दूसरा होटल संचालक भी आरोपी हैं. दोनों सत्ताधारी दल से जुड़े हैं.
एसपी सिटी पीयूष सिंह ने बताया कि मई के आखिरी सप्ताह में एक नाबालिग की गुमशुदगी की सूचना प्राप्त हुई थी. थाना दौराला पर मुकदमा भी दर्ज कर लिया गया था. पीयूष सिंह ने कहा कि नाबालिग के मिलने पर जब उसके बयान दर्ज किए गए तो तीन लोगों के नाम सामने आए. नाबालिग ने तीनों पर यौन शोषण का आरोप लगाया. पुलिस साक्ष्य संकलन की कार्यवाही में जुटी है. साक्ष्य के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी.
नाबालिग का आरोप है कि सीनियर एडवोकेट रमेश चंद गुप्ता ने उसे कैंप दफ्तर में बुलाकर उसका अश्लील वीडियो बनाया था. वह उसे बदनाम करने की धमकी देकर यौन शोषण करता रहा. अधिवक्ता पर आरोप ये भी लगाए गए कि उसने कई पार्टियों में पीड़िता को बुलाया और उसका शोषण भी किया. हालांकि अब पुलिस इस मामले की गहराई से जांच में जुटी हुई है. इस मामले में पीड़िता के मौसेरे भाई की ओर से पहले अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया गया था. पुलिस ने इस मामले में अब पॉस्को और दुष्कर्म की धाराएं बढ़ाकर रमेश चंद्र गुप्ता समेत दो सफेदपोश नेताओं को आरोपी बनाया है. वहीं, आरोपी अधिवक्ता गायब बताया जा रहा है.
पूर्व राज्यमंत्री ने की आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग
अश्लील वीडियो वायरल मामले में अधिवक्ता समेत दो सफेदपोश नेताओं के नाम सामने आने के बाद अब समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व राज्य मंत्री चौधरी राजपाल सिंह ने सरकार से कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने इस मामले को गंभीर बताया. कहा कि भाजपा नेताओ के खिलाफ पॉक्सो की धाराओ में यौन शोषण का मुकदमा दर्ज हुआ है. इनमें एक मंत्री और एक संगठन का महामंत्री है. इन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. यह भाजपा की कथनी करनी की उनकी पोल खोलता है.इनकी तुरंत गिरफ्तारी हो.
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