मेरठ: जिले के NH-58 पर सिवाया टोल प्लाजा पर टोल टैक्स बचाने के लिए वाहन चालक गांवों के संपर्क मार्ग से सफर कर रहे हैं. 85 रूपये टोल टैक्स बचाने के लिए वाहन चालक अपनी जान तो जोखिम में डाल ही रहे हैं इसके साथ ही अपने वाहनों को भी नुकसान पहुंचा रहे हैं. संपर्क मार्गों पर वाहन चलने से उन मार्गों की हालत खस्ता हो गई है और रास्ते में बड़े-बड़े गड्ढे भी हो गए हैं, जो हादसों का कारण बन रहे हैं.
कार के साथ ट्रक और डंपर भी इसी मार्ग से गुजरते हैं
सिवाया टोल प्लाजा में कार के लिए 85 रुपये टोल टैक्स है, लोकल वाहनों के लिए यह टैक्स 20 रुपये है. दूसरे जिलों के कार चालक टोल कर को बचाने के लिए गांव के संपर्क मार्ग से गुजर कर जाते हैं. संपर्क मार्गों पर कार के अलावा बड़े वाहन ट्रक और डंपर भी टोल बचाने के लिए गुजरते हैं. जिस कारण संपर्क मार्ग टूटकर गड्ढों में तब्दील हो गए हैं.
85 बचाने के चक्कर में हजारों का नुकसान कर रहे कार चालक
भराला सिवाया संपर्क मार्ग पर रजवाहे की पुलिया से जब वाहन चालक गुजरते हैं, तो टूटी पुलिया और रास्तों के गड्ढों के कारण उनकी कार पलटने का अंदेशा बना रहता है. ग्रामीणों का कहना है कि सप्ताह भर में एक कार दुर्घटना तो होती ही है. गड्ढों में फंसकर कारें आए दिन टूटती हैं. 85 रुपये बचाने के चक्कर में लोग अपनी कार का हजारों का नुकसान कर लेते हैं.
सरकार को टोल टैक्स खत्म कर देना चाहिये: कार चालक
इस संबंध में जब ईटीवी भारत ने ऐसे कार चालकों से बात की तो उनका कहना था कि 85 रुपये का टोल बहुत महंगा है. सरकार को टोल खत्म कर देना चाहिए. वहीं जब उनसे पूछा गया कि 85 रुपये बचाने के लिए आपकी कार में अधिक नुकसान हो रहा है तो उनका कहना था कि क्या करें और कोई विकल्प भी तो नहीं है.
रास्ता टूटने से बहुत खराब स्थिति है. स्कूली बच्चों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस पर कोई समाधान जल्द से जल्द होना चाहिए.
-चौधरी अजीत सिंह, चेयरमैन, वेद इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल