मेरठ: लॉकडाउन की अवधि बढ़ने का असर शादी समारोह पर भी खासा देखने को मिल रहा है. जिन लोगों के घर शादी थी वहां लोगों ने शादी स्थगित कर दी है. वहीं जिन्हें यह आस थी कि 14 अप्रैल के बाद लॉकडाउन खुल जाएगा उन्होंने शादी स्थगित नहीं की. जनपद में भी कुछ ऐसा मामला देखने को मिला. दौराला कस्बे में एक युवती लॉकडाउन के चलते शादी कैंसिल होते देख खुद ही दूल्हे के घर पहुंच गई.
15 अप्रैल को होनी थी शादी
सोनू अहलावत की शादी निकिता के साथ करीब चार महीने पहले तय हुई थी. शादी की तारीख 15 अप्रैल तय की गई थी. इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अप्रैल तक देश में लॉकडाउन लगा दिया. दोनों के ही परिजनों को उम्मीद थी कि, 15 अप्रैल को लॉकडाउन हटा दिया जाएगा और उन्होंने शादी की तैयारियां जारी रखीं.
दुल्हन पहुंची दूल्हे के घर
शादी के लिए मंडप, बैंड-बाजा, हलवाई आदि सब बुक कर लिया गया था. प्रधानमंत्री ने लॉकडाउन की अवधि 14 अप्रैल से बढ़ाकर 3 मई तक कर दी. ऐसे में शादी स्थगित करने के लिए लोग मजबूर हो गए.
दूल्हा पक्ष लॉकडाउन के कारण दुल्हन के घर जाने को तैयार नहीं था, लेकिन दुल्हन तय तारीख पर ही अपने परिवार के पांच लोगों को लेकर दूल्हे के घर पहुंच गई. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए दुल्हन निकिता अपने मामा, बहन और माता-पिता को लेकर दूल्हे के घर पहुंची.
मंदिर में हुआ सात फेरा
दुल्हन के घर पहुंचने पर दूल्हे पक्ष के लोग भी तय समय पर ही फेरे के लिए राजी हो गए. इसके बाद दोनों पक्ष के पांच-पांच लोग मटौर गांव स्थित झारखंडेश्वर महादेव मंदिर पहुंचे. सोनू और निकिता की शादी मंदिर के पुजारी ने मंत्रोच्चारण के बीच सभी रीति-रिवाज से सम्पन्न कराया. इस शादी में किसी तरह का दान दहेज नहीं लिया गया.