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ब्राह्मण बने 2022 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्रीः आचार्य प्रमोद कृष्णम

आचार्य प्रमोद कृष्णम ने 2022 के चुनाव के बाद उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है. उन्होंने बीजेपी सरकार को घेरते हुए कहा कि इस सरकार में ब्राह्मण का अपमान हो रहा है. पिछले 30 साल में ब्राह्मण नेतृत्व होने के बावजूद उत्तर प्रदेश में किसी पार्टी ने ब्राह्मण मुख्यमंत्री नहीं बनाया है.

आचार्य प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम
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Published : Jan 14, 2021, 7:31 PM IST

मेरठः कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम गुरुवार को हस्तिनापुर पहुंचे. यहां उन्होंने भगवान परशुराम की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान आचार्य प्रमोद ने बीजेपी सरकार पर ब्राह्मण समाज को अपमानित और तिरस्कृत करने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि 31 साल से प्रदेश में ब्राह्मण नेतृत्व करते आ रहे हैं, लेकिन किसी भी पार्टी ने आज तक ब्राह्मण को मुख्यमंत्री नहीं बनाया. उन्होंने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि 2022 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री ब्राह्मण समाज से बने.

आचार्य प्रमोद कृष्णम बीजेपी पर हमलावर.

किसान और लव जिहाद पर दी प्रतिक्रिया
किसान आंदोलन पर आचार्य प्रमोद ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के साथ कानून के नाम पर छल किया है. हालांकि, लव जिहाद के खिलाफ बनाये गए कानून का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि अपनी पहचान छिपाकर विवाह करना सनातन धर्म, इस्लाम धर्म और कानून के हिसाब से भी गुनाह है.

उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण का अपमान
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ब्राह्मण समाज का अपमान होने की बात कही. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस वक्त विचित्र परिस्थितियां हैं. वर्तमान में ब्राह्मणों के लिए संक्रमण काल चल रहा है. इसके चलते ब्राह्मण समाज में रोष है. बीजेपी सरकार में ब्राह्मण समाज का तिरस्कार किया गया, है. साथ ही उनको अपमानित भी किया जा रहा है.

ब्राह्मण युवकों का एनकाउंटर
आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि योगी सरकार में ब्राह्मण समाज के निर्दोष युवकों के झूठे एनकाउंटर किए गए हैं. उन्होंने कानपुर में पुलिस कर्मियों पर हमले के आरोपी विकास दुबे और उसके साथियों के एनकाउंटर को लेकर प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की.

2022 में ब्राह्मण मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि बीजेपी के शासन में ब्राह्मणों को राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं दी जा रही है. देश-प्रदेश में ब्राह्मणों का सम्मान नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते ब्राह्मण अपने आपको अपमानित महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 31 साल से ब्राह्मणों का प्रतिनिधित्व है, लेकिन किसी पार्टी ने ब्राह्मण मुख्यमंत्री नहीं बनाया. उन्होंने कहा 2022 के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण समाज से मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.

किसानों के साथ छल-कपट
कृषि कानून को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के सवाल पर कहा कि किसानों को सरकार पर जरा भी भरोसा नहीं है. किसानों के खिलाफ कानून लागू कर सरकार अपनी साख खोती जा रही है. यह वो देश है. जहां सबसे ज्यादा किसानों ने मोदी-योगी का नारा लगाया था, लेकिन अफसोस सरकार ने किसानों को ठगा है. सरकार ने किसान को धोखा दिया है, जबकि किसानों को सतुंष्ट करना सरकार का दायित्व है. सरकार किसानों को सतुंष्ट नहीं कर पा रही है, इससे यह साफ होता है कि सरकार किसानों के साथ छल-कपट कर रही है.

धर्म परिवर्तन के खिलाफ बनाए कानून का किया स्वागत
शादी के लिए धर्म परिवर्तन के खिलाफ बनाये गए कानून का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि अपना धर्म और पहचान छिपाकर विवाह करना पाप है. उन्होंने कहा कि अपनी पहचान छिपाकर विवाह करना कानूनी दृष्टि तो से अपराध है. सनातन धर्म में भी अपराध माना गया है और इस्लाम धर्म में भी गुनाह करार दिया गया है.

मेरठः कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम गुरुवार को हस्तिनापुर पहुंचे. यहां उन्होंने भगवान परशुराम की प्रतिमा का अनावरण किया. इस दौरान आचार्य प्रमोद ने बीजेपी सरकार पर ब्राह्मण समाज को अपमानित और तिरस्कृत करने के आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि 31 साल से प्रदेश में ब्राह्मण नेतृत्व करते आ रहे हैं, लेकिन किसी भी पार्टी ने आज तक ब्राह्मण को मुख्यमंत्री नहीं बनाया. उन्होंने कहा कि हम लोग चाहते हैं कि 2022 में उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री ब्राह्मण समाज से बने.

आचार्य प्रमोद कृष्णम बीजेपी पर हमलावर.

किसान और लव जिहाद पर दी प्रतिक्रिया
किसान आंदोलन पर आचार्य प्रमोद ने सरकार को घेरते हुए कहा कि सरकार ने किसानों के साथ कानून के नाम पर छल किया है. हालांकि, लव जिहाद के खिलाफ बनाये गए कानून का स्वागत किया है. उन्होंने कहा कि अपनी पहचान छिपाकर विवाह करना सनातन धर्म, इस्लाम धर्म और कानून के हिसाब से भी गुनाह है.

उत्तर प्रदेश में ब्राह्मण का अपमान
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने योगी सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए ब्राह्मण समाज का अपमान होने की बात कही. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में इस वक्त विचित्र परिस्थितियां हैं. वर्तमान में ब्राह्मणों के लिए संक्रमण काल चल रहा है. इसके चलते ब्राह्मण समाज में रोष है. बीजेपी सरकार में ब्राह्मण समाज का तिरस्कार किया गया, है. साथ ही उनको अपमानित भी किया जा रहा है.

ब्राह्मण युवकों का एनकाउंटर
आचार्य प्रमोद कृष्णन ने कहा कि योगी सरकार में ब्राह्मण समाज के निर्दोष युवकों के झूठे एनकाउंटर किए गए हैं. उन्होंने कानपुर में पुलिस कर्मियों पर हमले के आरोपी विकास दुबे और उसके साथियों के एनकाउंटर को लेकर प्रदेश सरकार को घेरने की कोशिश की.

2022 में ब्राह्मण मुख्यमंत्री
उन्होंने कहा कि बीजेपी के शासन में ब्राह्मणों को राजनीतिक हिस्सेदारी नहीं दी जा रही है. देश-प्रदेश में ब्राह्मणों का सम्मान नहीं हो पा रहा है, जिसके चलते ब्राह्मण अपने आपको अपमानित महसूस कर रहा है. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में पिछले 31 साल से ब्राह्मणों का प्रतिनिधित्व है, लेकिन किसी पार्टी ने ब्राह्मण मुख्यमंत्री नहीं बनाया. उन्होंने कहा 2022 के विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण समाज से मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.

किसानों के साथ छल-कपट
कृषि कानून को लेकर चल रहे किसान आंदोलन के सवाल पर कहा कि किसानों को सरकार पर जरा भी भरोसा नहीं है. किसानों के खिलाफ कानून लागू कर सरकार अपनी साख खोती जा रही है. यह वो देश है. जहां सबसे ज्यादा किसानों ने मोदी-योगी का नारा लगाया था, लेकिन अफसोस सरकार ने किसानों को ठगा है. सरकार ने किसान को धोखा दिया है, जबकि किसानों को सतुंष्ट करना सरकार का दायित्व है. सरकार किसानों को सतुंष्ट नहीं कर पा रही है, इससे यह साफ होता है कि सरकार किसानों के साथ छल-कपट कर रही है.

धर्म परिवर्तन के खिलाफ बनाए कानून का किया स्वागत
शादी के लिए धर्म परिवर्तन के खिलाफ बनाये गए कानून का स्वागत करते हुए उन्होंने कहा कि अपना धर्म और पहचान छिपाकर विवाह करना पाप है. उन्होंने कहा कि अपनी पहचान छिपाकर विवाह करना कानूनी दृष्टि तो से अपराध है. सनातन धर्म में भी अपराध माना गया है और इस्लाम धर्म में भी गुनाह करार दिया गया है.

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