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अधिवक्ता आत्महत्या मामले के आरोपी ने लगाई फांसी, मचा हड़कंप

यूपी के मेरठ जिले में स्थित गंगानगर के इशापुरम निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर के सुसाइड प्रकरण में एक नया मोड़ आ गया. अधिवक्ता आत्महत्या मामले में नामजद आरोपी संजय मोतला ने फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली.

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Published : Feb 18, 2021, 9:12 AM IST

जांच में जुटी पुलिस.
जांच में जुटी पुलिस.

मेरठ: गंगानगर के इशापुरम निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर के सुसाइड प्रकरण में सनसनीखेज मोड़ आ गया है. बुधवार की देर रात को अधिवक्ता आत्महत्या मामले में नामजद आरोपी संजय मोतला ने भी फांसी लगा ली है. संजय मोतला ने देर रात अपने खेत में फांसी लगाकर देर आत्महत्या कर ली. संजय की मौत के बाद परिजनों में हड़कंप मच गया और वे आनन-फानन में ग्रामीणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.

सूचना मिलने पर दौराला पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई, लेकिन परिवार के लोगों और ग्रामीणों ने पुलिस को यह कहकर वापस भेज दिया कि मृतक ने पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर सुसाइड किया है जब तक एसएसपी घटनास्थल पर नहीं आएंगे. तब तक मृतक के शव को नीचे उतारा नहीं जाएगा.

ये है मामला
थाना गंगानगर इलाके के इशापुरम निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर का पुत्रवधु के साथ दहेज उत्पीड़न का विवाद चल रहा था. मुकदमे बाजी और जनप्रतिनिधियों के अनावश्यक दबाव के चलते अधिवक्ता ने शनिवार को अपने घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी. अधिवक्ता ने मरने से पहले तीन पन्नों का सुसाइड नोट लिख कर हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक समेत कई लोगों को मौत का जिम्मेदार बताया था. अधिवक्ता एसोशिएशन के दबाव के चलते दौराला के गांव दादरी निवासी संजय मोतला समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था.

मुकदमे से हताश होकर लगाई फांसी
मुकदमा दर्ज होने से हताश संजय मोतला ने बुधवार की देर रात खेत में एक पेड़ से फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली. संजय मोतला मृतक अधिवक्ता ओमकार तोमर की पुत्रवधु स्वाति का चचेरा भाई था. बताया जा रहा है कि लव तोमर और स्वाति के बीच हुए विवाद को लेकर हुई पंचायत में संजय मोतला भी मौजूद था. जिसके चलते अधिवक्ता ओमकार के बेटे देवेश तोमर की तहरीर के आधार पर संजय के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था. मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद पुलिस लगातार परिवार का उत्पीड़न कर रही थी. जिससे परेशान होकर संजय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

मां, पत्नी और भाभी को हिरासत में लेने का आरोप
संजय मोतला के भाई सतीश ने बताया कि सोमवार से इंस्पेक्टर गंगानगर संजय की पत्नी नीलम को थाने में हिरासत में रखा हुआ है. इतना ही नहीं बुधवार को संजय की भाभी गीता और मां संतरा को भी थाने में बिठा लिया. जिससे हताश होकर संजय ने पेड़ से लटककर फांसी लगाई ली.

पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
अधिवक्ता मामले के आरोपी की आत्महत्या की सूचना मिली तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में दौराला समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन परिजनों ने पेड़ से शव नहीं उतारने से इंकार कर दिया. परिजनों का आरोप है कि संजय ने थाना गंगानगर इंस्पेक्टर समेत तीन लोगों के उत्पीड़न से आत्महत्या की है. जब तक उन तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. तब तक शव को नीचे नहीं उतारा जाएगा.

इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा का कहना है कि आरोपी पति को संरक्षण देने के आरोप में उसकी पत्नी नीलम 216 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. जिसके चलते उसे हिरासत में लिया गया था. हालांकि एसएसपी अजय साहनी के आश्वासन के बाद शव को पेड़ से उतार कर न सिर्फ पंचनामा भरा गया बल्कि पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

इसे भी पढे़ं- प्रतापगढ: जिला अस्पताल में कूड़े का लगा भंडार, मरीजों को हो रही परेशानी

मेरठ: गंगानगर के इशापुरम निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर के सुसाइड प्रकरण में सनसनीखेज मोड़ आ गया है. बुधवार की देर रात को अधिवक्ता आत्महत्या मामले में नामजद आरोपी संजय मोतला ने भी फांसी लगा ली है. संजय मोतला ने देर रात अपने खेत में फांसी लगाकर देर आत्महत्या कर ली. संजय की मौत के बाद परिजनों में हड़कंप मच गया और वे आनन-फानन में ग्रामीणों के साथ घटनास्थल पर पहुंचे.

सूचना मिलने पर दौराला पुलिस भी घटनास्थल पर पहुंच गई, लेकिन परिवार के लोगों और ग्रामीणों ने पुलिस को यह कहकर वापस भेज दिया कि मृतक ने पुलिस के उत्पीड़न से परेशान होकर सुसाइड किया है जब तक एसएसपी घटनास्थल पर नहीं आएंगे. तब तक मृतक के शव को नीचे उतारा नहीं जाएगा.

ये है मामला
थाना गंगानगर इलाके के इशापुरम निवासी अधिवक्ता ओमकार तोमर का पुत्रवधु के साथ दहेज उत्पीड़न का विवाद चल रहा था. मुकदमे बाजी और जनप्रतिनिधियों के अनावश्यक दबाव के चलते अधिवक्ता ने शनिवार को अपने घर में फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली थी. अधिवक्ता ने मरने से पहले तीन पन्नों का सुसाइड नोट लिख कर हस्तिनापुर विधायक दिनेश खटीक समेत कई लोगों को मौत का जिम्मेदार बताया था. अधिवक्ता एसोशिएशन के दबाव के चलते दौराला के गांव दादरी निवासी संजय मोतला समेत 14 लोगों के खिलाफ हत्या समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया था.

मुकदमे से हताश होकर लगाई फांसी
मुकदमा दर्ज होने से हताश संजय मोतला ने बुधवार की देर रात खेत में एक पेड़ से फांसी लगाकार आत्महत्या कर ली. संजय मोतला मृतक अधिवक्ता ओमकार तोमर की पुत्रवधु स्वाति का चचेरा भाई था. बताया जा रहा है कि लव तोमर और स्वाति के बीच हुए विवाद को लेकर हुई पंचायत में संजय मोतला भी मौजूद था. जिसके चलते अधिवक्ता ओमकार के बेटे देवेश तोमर की तहरीर के आधार पर संजय के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया था. मुकदमा दर्ज किए जाने के बाद पुलिस लगातार परिवार का उत्पीड़न कर रही थी. जिससे परेशान होकर संजय ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली.

मां, पत्नी और भाभी को हिरासत में लेने का आरोप
संजय मोतला के भाई सतीश ने बताया कि सोमवार से इंस्पेक्टर गंगानगर संजय की पत्नी नीलम को थाने में हिरासत में रखा हुआ है. इतना ही नहीं बुधवार को संजय की भाभी गीता और मां संतरा को भी थाने में बिठा लिया. जिससे हताश होकर संजय ने पेड़ से लटककर फांसी लगाई ली.

पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
अधिवक्ता मामले के आरोपी की आत्महत्या की सूचना मिली तो पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया. आनन-फानन में दौराला समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन परिजनों ने पेड़ से शव नहीं उतारने से इंकार कर दिया. परिजनों का आरोप है कि संजय ने थाना गंगानगर इंस्पेक्टर समेत तीन लोगों के उत्पीड़न से आत्महत्या की है. जब तक उन तीनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा. तब तक शव को नीचे नहीं उतारा जाएगा.

इंस्पेक्टर बिजेंद्र राणा का कहना है कि आरोपी पति को संरक्षण देने के आरोप में उसकी पत्नी नीलम 216 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज किया गया. जिसके चलते उसे हिरासत में लिया गया था. हालांकि एसएसपी अजय साहनी के आश्वासन के बाद शव को पेड़ से उतार कर न सिर्फ पंचनामा भरा गया बल्कि पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है.

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