मेरठ : आर्मी इंटेलीजेंस और थाना सदर बाजार पुलिस ने सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगी करने वाले गिरोह का भंडा फोड़ किया है. पुलिस ने इंटेलीजेंस के इनपुट पर गिरोह के मुख्य सरगना रवि को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसके कई साथी भागने में कामयाब हो गए. पकड़े गए अभियुक्त के पास से लैपटॉप, फर्जी जॉइनिंग लेटर, आधार कार्ड, सेना में भर्ती सबंधी दस्तावेजों के साथ मुहरें भी बरामद हुई हैं. बताया जा रहा है कि पकड़ा गया अभियुक्त सेना में भर्ती के नाम पर बेरोजगार युवकों से न सिर्फ लाखों रुपये की ठगी कर चुका है, बल्कि फर्जी जॉइनिंग भी दे देता था.
जानिए पूरा मामला
मुजफ्फनगर निवासी रवि और उसके साथी बेरोजगार युवाओं को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर अपने झांसे में फंसाकर उनसे मोटी रकम वसूल रहे थे. अलीगढ़ निवासी विपिन चौधरी ने बताया कि रवि, कमल और सतपाल ने उनके परिवार के चार युवकों को सेना में कम्प्यूटर ऑपरेटर के पद पर नौकरी दिलाने के नाम पर 4-4 लाख रुपये ठग लिये, जबकि सौदा 6-6 लाख रुपये में किया गया था. ठगों ने युवकों को तीन महीने तक मेरठ में किराए के मकान में भी रखा. लेकिन जब आरोपियों से फोन पर सम्पर्क करने का प्रयास किया तो उन्होंने फोन उठाना बंद कर दिया, जिसके बाद पीड़ित युवकों ने जॉइनिंग लेटर आदि की जांच कराई तो उनके होश उड़ गए. सेना में भर्ती के नाम पर उन्हें फर्जी दस्तावेज थमा दिए गए.
एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि रवि मूल रूप से मुजफ्फरनगर का रहने वाला है, जो सेना में भर्ती होने की चाहत रखने वाले युवकों को अपने जाल में फंसाकर मोटी रकम वसूल लेता था. रवि के कब्जे लैपटॉप, मोबाइल और सेना से संबधित दस्तावेज बरामद हुए हैं, जिनकी जांच पड़ताल की जा रही है. फरार हुए कमल और सतपाल की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है.