मेरठ : अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होनी है. छह दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत हो चुकी है. वहीं गुरुवार को जिले के कैलाश प्रकाश स्टेडियम में लगभग 600 छात्र छात्राओं ने 108 फीट की भगवान श्रीराम की आकृति बनाई. कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि यह आकृति अब तक की भगवान श्री राम की अपने आप में बनाई गई अद्भुत आकृति है. जिसका लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में आवेदन किया जाएगा. इसमें न सिर्फ हिंदू बल्कि मुस्लिम समुदाय के छात्र छात्राओं ने भी योगदान दिया.
108 फीट की भगवान श्रीराम की बनाई आकृति : देशभर में इस वक्त माहौल पूरी तरह से राममय हो गया है. 22 जनवरी को भगवान श्री राम के मंदिर का भव्य उद्घाटन होना है. हर तरफ लोग भगवान श्रीराम की भक्ति में डूबे हुए हैं. गुरुवार को मेरठ के प्रसिद्ध कैलाश प्रकाश स्पोर्ट्स स्टेडियम में बेहद ही अनोखा नजारा देखने को मिला. दरअसल, आईआईएमटी समूह के पंडित दीन दयाल उपाध्याय मैनेजमेंट काॅलेज के लगभग 600 छात्र-छात्राओं ने गुरुवार को भगवा रंग की पोशाक पहनकर मानव श्रृंखला बनाकर 108 फीट की भगवान श्रीराम की आकृति बनाई. इस दौरान भगवान श्रीराम का जयघोष किया गया. राम जी से जुड़े भजनों की भी प्रस्तुति हुई. इस अनूठे आयोजन के गवाह भी सैकड़ों लोग बने, वहीं कई जनप्रतिनिधि भी कार्यक्रम में शामिल हुए. कॉलेज प्रबंधन का दावा है कि इस कार्यक्रम को लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए आवेदन किया जाएगा. उम्मीद है कि इसे स्थान मिलेगा.
बेहद खुश दिखाई दीं छात्र-छात्राएं : आईआईएमटी समूह के पं. दीन दयाल उपाध्याय मैनेजमेंट काॅलेज के प्रबंध निदेशक मयंक अग्रवाल ने बताया कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के शुभ अवसर पर अनूठा आयोजन करने की योजना बनाई गई थी. उन्होंने कहा कि भगवान श्रीरामचन्द्र की 108 फीट ऊंची आकृति (धरातल पर) मानव श्रृंखला द्वारा बनाकर लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने का प्रयास किया है. इस मौके पर मेरठ-हापुड़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, महापौर हरिकांत अहलूवालिया भी इस कार्यक्रम के साक्षी बने. इस खास कार्यक्रम में शामिल होकर हिंदू और मुस्लिम समुदाय की छात्र-छात्राएं बेहद खुश दिखाई दिए.