ETV Bharat / state

मेरठ में 24 घंटे में मिले 1288 नए मरीज, 12 की मौत

author img

By

Published : Apr 24, 2021, 9:39 AM IST

उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 1288 नए मरीज मिले हैं. जबकि 12 संक्रमितों की मौत हो गई. स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन लगातार लोगों से घरों में रहने के साथ मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस का पालन करने की अपील कर रहा है.

1288 new patients found in 24 hours
मेरठ कोरोना अपडेट.

मेरठ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार जारी है. मेरठ समेत सभी जनपदों में हालात भयावह होते जा रहे हैं. शुक्रवार की देर रात आई रिपोर्ट के मुताबिक, मेरठ जिले में 1,288 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. जबकि 12 संक्रमित मरीजों की मौत हो गई. जिले में पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. बड़ी संख्या में पॉजिटिव मरीजों के मिलने से जहां स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के हाथ पांव फूले हुए हैं वहीं स्थानीय लोगों में भय का माहौल बनता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन लगातार लोगों से घरों में रहने के साथ मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस का पालन करने की अपील कर रहा है.

जानकारी देते मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य.

मेरठ मेडिकल कॉलेज में 330 बेड की व्यवस्था की गई है. जबकि स्थिति को देखते हुए बेडों की संख्या को बढ़ाया जा रहा है. सभी बेड पर ऑक्सीजन की सेंट्रल लाइन पहुंचाई जा रही है. कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए सरकार ने रात्रि कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन पहले ही लागू किया हुआ है.

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा
बता दें कि मेरठ जिले में कोरोना संक्रमण आए दिन लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है. पॉजिटिव मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बनता जा रहा है. 24 घंटे के भीतर जहां गुरुवार को 1,634 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी, वहीं शुक्रवार देर रात आई रिपोर्ट सूची में 1,288 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण मिला है. जबकि 12 मरीजों की मौत हुई है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से सरकारी एवं गैर सरकारी कोविड वार्ड फुल चल रहे हैं. वहीं संक्रमित मरीजों की मौत के बाद श्मशान घाट के बाहर भी लंबी लाइन देखी जा रही है. कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है. जबकि गंभीर मरीजों को कोविड स्पेशल वार्डो में भर्ती किया ज रहा है. लेकिन कोविड वार्डो में भी बेड कम पड़ गए हैं, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग बेडों की संख्या बढ़ाने में लगा हुआ है.


हॉटस्पॉट इलाकों में हो रहा सैनिटाइजेशन
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नगर निगम कर्मचारी महानगर में सैनिटाइजेशन कर रहा है. जिन इलाकों से पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, उन इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित कर बेरिकेडिंग लगाकर सील किया जा रहा है. हॉटस्पॉट इलाकों में खाने पीने एवं जरूरी सेवाओं के अलावा किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है. कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जा रही है.

मेडिकल कॉलेज में 12 मरीजों की मौत
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि गुरुवार की रात तक मेडिकल कॉलेज में 12 संक्रमितों की मौत हुई है. जबकि गुरुवार को 9 मरीजों की मौत हो गई थी. शुक्रवार की सुबह औरैया से बीजेपी विधायक रमेश दिवाकर का भी कोरोना से निधन हुआ है. सभी मृतकों के शवों की पहचान कराकर परिजनों की मौजूदगी में श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कराया जा रहा है।

युवाओं पर आक्रमक हो रहा कोरोना
मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि इस बार कोरोना वायरस की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक है. यही वजह है कि यह बड़े बुजुर्गों के साथ युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है. पॉजिटिव रिपोर्ट में डॉक्टर, सैनिक, छात्र, पुलिसकर्मी, हेल्थ केयर वर्कर, घरेलू महिलाएं, किसान, कारोबारी और नौकरीपेशा समेत सभी वर्ग के लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. पिछले साल कोरोना से नजला, जुखाम, खांसी जैसे लक्षण देखे गए थे, लेकिन इस बार कोरोना वायरस सीधा मरीजों के फेफड़ों पर अटैक कर रहा है. इससे ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है और मरीजों का दम घुटने लगता है, जिसके चलते उनको ऑक्सीजन लगानी पड़ रही है. यही वजह है कि ऑक्सीजन कम पड़ रही है.

32 हजार 925 लोगों में कोरोना की पुष्टि
मेरठ जिले में अब तक 32 हजार 925 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है. 23 हजार से ज्यादा मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. वर्तमान में 4,425 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. जबकि गभीर मरीजों को मेरठ मेडिकल कॉलेज, शुभारती मेडिकल कॉलेज, एनसीआर मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग सरकारी आंकड़ों में कोरोना संक्रमण से 440 लोगों की मौत दिखा रहा है.

वायरल वीडियोः ऑक्सीजन सिलेंडर पर टूटे तीमारदार, डॉक्टरों के पैर पकड़ते नजर आए लोग

बेड और ऑक्सीजन की हो रही व्यवस्था
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती किए जा रहे हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ बेड की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. मेडिकल कॉलेज में नए इमरजेंसी वार्ड को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है. जहां सभी कोविड वार्ड फुल चल रहे हैं. वहीं मेडिकल कॉलेज में 330 बेड खाली रखे गए हैं. ज्यादातर बेड पर ऑक्सीजन की सेंट्रल लाइन पहुंचाई जा रही है. जबकि गंभीर मरीजों को सिलेंडर के द्वारा ऑक्सीजन दी जा रही है. मेडिकल कॉलेज में 6 टन का नया ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जा रहा है. ताकि समय पर कोरोना मरीजों को बचाया जा सके.

मेरठ : पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस का प्रकोप लगातार जारी है. मेरठ समेत सभी जनपदों में हालात भयावह होते जा रहे हैं. शुक्रवार की देर रात आई रिपोर्ट के मुताबिक, मेरठ जिले में 1,288 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है. जबकि 12 संक्रमित मरीजों की मौत हो गई. जिले में पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. बड़ी संख्या में पॉजिटिव मरीजों के मिलने से जहां स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के हाथ पांव फूले हुए हैं वहीं स्थानीय लोगों में भय का माहौल बनता जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग एवं जिला प्रशासन लगातार लोगों से घरों में रहने के साथ मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंस का पालन करने की अपील कर रहा है.

जानकारी देते मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य.

मेरठ मेडिकल कॉलेज में 330 बेड की व्यवस्था की गई है. जबकि स्थिति को देखते हुए बेडों की संख्या को बढ़ाया जा रहा है. सभी बेड पर ऑक्सीजन की सेंट्रल लाइन पहुंचाई जा रही है. कोरोना संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए सरकार ने रात्रि कर्फ्यू और वीकेंड लॉकडाउन पहले ही लागू किया हुआ है.

कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा
बता दें कि मेरठ जिले में कोरोना संक्रमण आए दिन लगातार नए रिकॉर्ड बना रहा है. पॉजिटिव मरीजों की संख्या में हो रहा इजाफा स्वास्थ्य विभाग के लिए चुनौती बनता जा रहा है. 24 घंटे के भीतर जहां गुरुवार को 1,634 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी, वहीं शुक्रवार देर रात आई रिपोर्ट सूची में 1,288 नए मरीजों में कोरोना संक्रमण मिला है. जबकि 12 मरीजों की मौत हुई है. कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से सरकारी एवं गैर सरकारी कोविड वार्ड फुल चल रहे हैं. वहीं संक्रमित मरीजों की मौत के बाद श्मशान घाट के बाहर भी लंबी लाइन देखी जा रही है. कम लक्षण वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी जा रही है. जबकि गंभीर मरीजों को कोविड स्पेशल वार्डो में भर्ती किया ज रहा है. लेकिन कोविड वार्डो में भी बेड कम पड़ गए हैं, जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग बेडों की संख्या बढ़ाने में लगा हुआ है.


हॉटस्पॉट इलाकों में हो रहा सैनिटाइजेशन
मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए नगर निगम कर्मचारी महानगर में सैनिटाइजेशन कर रहा है. जिन इलाकों से पॉजिटिव मरीज मिल रहे हैं, उन इलाकों को हॉटस्पॉट घोषित कर बेरिकेडिंग लगाकर सील किया जा रहा है. हॉटस्पॉट इलाकों में खाने पीने एवं जरूरी सेवाओं के अलावा किसी को भी जाने की अनुमति नहीं है. कोविड गाइडलाइन का पालन करने की अपील की जा रही है.

मेडिकल कॉलेज में 12 मरीजों की मौत
सीएमओ डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि गुरुवार की रात तक मेडिकल कॉलेज में 12 संक्रमितों की मौत हुई है. जबकि गुरुवार को 9 मरीजों की मौत हो गई थी. शुक्रवार की सुबह औरैया से बीजेपी विधायक रमेश दिवाकर का भी कोरोना से निधन हुआ है. सभी मृतकों के शवों की पहचान कराकर परिजनों की मौजूदगी में श्मशान घाट में अंतिम संस्कार कराया जा रहा है।

युवाओं पर आक्रमक हो रहा कोरोना
मेरठ मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि इस बार कोरोना वायरस की दूसरी लहर ज्यादा खतरनाक है. यही वजह है कि यह बड़े बुजुर्गों के साथ युवाओं को भी अपनी चपेट में ले रहा है. पॉजिटिव रिपोर्ट में डॉक्टर, सैनिक, छात्र, पुलिसकर्मी, हेल्थ केयर वर्कर, घरेलू महिलाएं, किसान, कारोबारी और नौकरीपेशा समेत सभी वर्ग के लोग कोरोना वायरस से संक्रमित हुए हैं. पिछले साल कोरोना से नजला, जुखाम, खांसी जैसे लक्षण देखे गए थे, लेकिन इस बार कोरोना वायरस सीधा मरीजों के फेफड़ों पर अटैक कर रहा है. इससे ऑक्सीजन लेवल कम हो जाता है और मरीजों का दम घुटने लगता है, जिसके चलते उनको ऑक्सीजन लगानी पड़ रही है. यही वजह है कि ऑक्सीजन कम पड़ रही है.

32 हजार 925 लोगों में कोरोना की पुष्टि
मेरठ जिले में अब तक 32 हजार 925 लोगों में कोरोना की पुष्टि हो चुकी है. 23 हजार से ज्यादा मरीज स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं. वर्तमान में 4,425 मरीजों को होम आइसोलेशन में रखा गया है. जबकि गभीर मरीजों को मेरठ मेडिकल कॉलेज, शुभारती मेडिकल कॉलेज, एनसीआर मेडिकल कॉलेज और प्राइवेट अस्पतालों में भर्ती किया जा रहा है. स्वास्थ्य विभाग सरकारी आंकड़ों में कोरोना संक्रमण से 440 लोगों की मौत दिखा रहा है.

वायरल वीडियोः ऑक्सीजन सिलेंडर पर टूटे तीमारदार, डॉक्टरों के पैर पकड़ते नजर आए लोग

बेड और ऑक्सीजन की हो रही व्यवस्था
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार ने बताया कि सबसे ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीज मेडिकल कॉलेज में भर्ती किए जा रहे हैं. मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ-साथ बेड की संख्या भी बढ़ाई जा रही है. मेडिकल कॉलेज में नए इमरजेंसी वार्ड को कोविड अस्पताल में तब्दील किया गया है. जहां सभी कोविड वार्ड फुल चल रहे हैं. वहीं मेडिकल कॉलेज में 330 बेड खाली रखे गए हैं. ज्यादातर बेड पर ऑक्सीजन की सेंट्रल लाइन पहुंचाई जा रही है. जबकि गंभीर मरीजों को सिलेंडर के द्वारा ऑक्सीजन दी जा रही है. मेडिकल कॉलेज में 6 टन का नया ऑक्सीजन प्लांट भी लगाया जा रहा है. ताकि समय पर कोरोना मरीजों को बचाया जा सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.