मऊ: जिले में लॉकडाउन लगने के बाद कुछ लोग घरों से बाहर नहीं निकल रहें हैं. वहीं कुछ शिक्षिकाओं ने गरीब परिवार की मदद का बीड़ा उठाया है. कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए लिए देश में लॉक डाउन है, लेकिन इन लोगों ने बच्चों को पढ़ाने के बाद समय निकालकर गरीब परिवार के लिए मास्क तैयार कर रही हैं, जिससे उनकी मदद की जा सके. शिक्षिका वीना गुप्ता ने घर पर ही मास्क बनाना शुरू कर दिया है.
पड़ोस की लड़कियां भी कर रहीं मदद
वीना गुप्ता इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हैं. ये लॉकडाउन के दौरान घर से ही छात्रों को ऑन लाइन पढ़ा रही हैं. इसके बाद जो समय बचता है, उसमें घर पर ही मास्क तैयार कर रही हैं. इन मास्क को तैयार करने के लिए वीना पड़ोस की लड़कियों का भी सहयोग ले रही हैं, वहीं इनकी बेटी भी मास्क बनाने में उनकी बखूबी मदद कर रही है.
रोज 50 से 70 मास्क किए जाते हैं तैयार
मास्क बनाने में शिक्षिका की बेटी भी सहयोग कर रहीं हैं, जो कि कानपुर जिले में मेडिकल की पढ़ाई करती हैं. वह बताती हैं कि लॉकडाउन के चलते घर पढ़ाई के बाद जो समय बचता है, उसमें मां के साथ मास्क बना रही हूं. इस कोरोना संकटकाल में जब पूरा विश्व खतरे में है तो ऐसे में लोगों की सेवा करना अच्छा लग रहा है और एक दिन में 50 से 70 मास्क हम लोग तैयार कर लेते हैं.
लॉकडाउन के चलते घर से बाहर निकलना नहीं है. ऐसे में छात्रों को पढ़ाने के बाद जो समय मिल रहा है, उसमें मास्क बना रहीं हूं. ये मास्क गरीबों में वितरित किए जा रहे हैं. लॉकडाउन में घर के अंदर ही रहकर समय भी गुजर जाता है और समाज सेवा भी हो रही है.
वीना गुप्ता, शिक्षिका