मऊ: जिले में सरयू नदी का जलस्तर तेजी के साथ बढ़ता जा रहा है. नेपाली पानी से उफनाई सरयू के चलते दोहरीघाट के कई गांवों का संपर्क टूट गया है. वहीं लगभग एक हजार परिवार बाढ़ की चपेट में आ गए हैं. अब तो कटान बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. ऐसे में दोहरीघाट के ऐतिहासिक मंदिरों पर खतरा दिख रहा है.
ग्रामीण इलाकों में बाढ़ का पानी फैल जाने से लोग काफी परेशान हैं. जलभराव के चलते कई गांवों का संपर्क मार्ग टूट चुका है. लोग किसी तरह जीवन-यापन कर रहे हैं. सरयू नदी का दबाव अब बांधो पर पड़ रहा है. नदी का जलस्तर बढ़ने से दोहरीघाट नगर के तीन मोहल्लों में पानी लगा भर चुका है.
राम घाट पर बने प्रवेश द्वार तक पानी आ गया है, जबकि जानकी घाट पर दबाव बनाए हुए है. वहीं वृद्ध आश्रम के समीप जलस्तर बढ़ने से कटान की संभावना बढ़ती जा रही है. हालात यह है कई गांवों में चारों तरफ से पानी से भर चुका है. लोग पशुओं के चारे के लिए परेशान हैं तो वहीं नदी का पानी ताल व सड़क के किनारे तक पहुंच चुका है.
चिंता की बात यह है कि अगर अब नदी का जलस्तर बढ़ता है तो बाढ़ का पानी सड़क पार कर जाएगा, जिससे तटवर्ती गांवों में तबाही बढ़ जाएगी. प्रशासन बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए तमाम मदद के प्रयास कर रहा है, लेकिन सब नाकाफी साबित हो रहा है. सिंचाई विभाग की ओर से कटान रोकने के लिए जो प्रयास किए गए हैं, उसका हालात यह है कि बोल्डर पानी में के आगोश में समा रहें हैं.