मऊ: पुलिस मुठभेड़ में मारे गए अपराधी राकेश पाण्डेय के पैतृक आवास पर सांत्वना देने के लिए लोगों का तांता लग रहा है. जनपद के कोपागंज थाना क्षेत्र के ग्राम सभा लिलारी भरौली में राकेश पाण्डेय का पैतृक आवास है.
पुलिस एनकाउंटर में राकेश पाण्डेय के मारे जाने से सभी ग्रामवासी स्तब्ध हैं. राकेश पाण्डेय के पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं, जबकि राकेश पाण्डेय की पत्नी आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हैं. राकेश पाण्डेय का एक पुत्र भी है जो पढ़ाई के साथ-साथ खेती का काम भी देखता है. वहीं राकेश पाण्डेय के एनकाउंटर से घर में गम का माहौल है.
पिता ने पुलिस एनकाउंटर पर उठाए सवाल
इस एनकाउंटर के बाद राकेश पाण्डेय के पिता ब्रह्मदत्त पाण्डेय ने पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस ने घर से ले जाकर बेटे को मार डाला है. साथ ही बताया कि हनुमान को पुलिस लखनऊ स्थित आवास से शनिवार की रात तीन बजे उठाकर ले गई और एनकाउंटर कर दिया. हमने टीवी पर देखा कि एक लाख के इनामी का एसटीएफ ने इनकाउंटर कर दिया है, लेकिन ये नहीं पता था कि ये हमारा ही बेटा है.
राकेश के पिता ने बताया कि बेटा अपनी मां का लखनऊ में इलाज करवा रहा था. मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि मेरे बेटे की हत्या कराने के पीछे क्या वजह थी? उसके ऊपर 1 लाख का इनाम भी घोषित नहीं था, वह किसी भी गुनाह में गुनाहगार नहीं था. मेरे निर्दोष बेटे की हत्या सरकार ने क्यों कराई?
पुलिस मुठभेड़ में राकेश पाण्डेय ढेर
राजधानी के सरोजनी नगर क्षेत्र में रविवार सुबह करीब चार बजे एसटीएफ की टीम ने मुख्तार अंसारी गिरोह के शार्प शूटर राकेश पाण्डेय उर्फ हनुमान पाण्डेय को मुठभेड़ में मार गिराया. वहीं उसके चार अन्य साथी मौके से भागने में कामयाब रहे. जानकारी के मुताबिक वाराणसी एसटीएफ और लखनऊ पुलिस ने मिलकर इस मुठभेड़ को अंजाम दिया है. गोली लगने से घायल राकेश पाण्डेय को उपचार के लिए हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.