मऊः उत्तर प्रदेश सरकार में श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर (Minister Anil Rajbhar) सोमवार को एक निजी अस्पताल में भर्ती मरीजों को देखने पहुंचे थे. वहीं, रविवार को ओमप्रकाश राजभर (Omprakash Rajbhar) द्वारा विधायक अब्बास अंसारी (MLA Abbas Ansari) पर दिए बयान पर अनिल राजभर ने पलटवार करते हुए कहा कि सिंबल देना वोट मांगना और यहां से लेकर बांदा और चित्रकूट कौन गया था.
दरअसल, मामले ने उस समय तूल पकड़ा जब रविवार को निजी अस्पताल में भर्ती मरीज का हाल-चाल लेने के लिए सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (Suheldev Bharatiya Samaj Party) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पहुंच गए. वहीं, उन्होंने मीडिया को बताया कि मऊ सदर सीट से विधायक चुने गए अब्बास अंसारी उनकी पार्टी के विधायक नहीं हैं. वह समाजवादी पार्टी के नेता हैं. उत्तर प्रदेश का पिछला विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी (सपा) के साथ मिलकर लड़ चुके राजभर ने ये भी आरोप लगाया था कि अब्बास को टिकट दिलाना सपा मुखिया अखिलेश यादव की साजिश थी. उनके इस बयान के बाद यूपी की राजनीति में एक नई बहस शुरू हो गई है.
वहीं, इस बयान को लेकर सोमवार को मंत्री अनिल राजभर ने पलटवार करते हुए कहा कि सिंबल तो ओमप्रकाश राजभर ने बांटा था. वोट भी ओमप्रकाश राजभर ने मांगा था. यहां से लेकर बांदा चित्रकूट तक की यात्रा किसकी गाड़ी में कौन किया था. इस तरह का बयान देने से बहुत ही तर्क हीन मूर्ख हीन माना जाएगा. बता दें कि कि गाजीपुर जनपद का कुराबाद विधानसभा से एक बारी मऊ के एक निजी अस्पताल में पिछले 2 दिनों से भर्ती है. उसी को देखने की होड़ में पहले सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के ओमप्रकाश राजभर पहुंचे थे. वहीं, दूसरे दिन उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री अनिल राजभर भी उसी मरीज का कुशलक्षेम जानने के लिए अस्पताल पहुंचे थे.
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