मऊ: जिले में भ्रष्टाचार के आरोप में जिला पूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी और जिला पूर्ति निरीक्षक शैलेंद्र सागर को आज निलंबित कर दिया गया. जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी इसकी जानकारी दी. खाद्य और रसद विभाग में राशन न मिलने पर कई फर्जी राशन कार्ड बनाए जा रहे थे. जिसकी सूचना कई महीनों से शासन स्तर पर लोगों ने की थी. इस बाबत ये कार्रवाई हुई.
जानिए क्या है पूरा मामला
- जिला पूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी के खिलाफ लगातार जनपद के कोटेदार सहित उपभोक्ता भी शिकायत कर रहे थे.
- 2 वर्षों से जिला पूर्ति अधिकारी और जिला पूर्ति निरीक्षक की मिलीभगत से पूरे जनपद में गरीबों के राशन कार्ड और करोड़ों रुपये का बंदरबांट कर रहे थे.
- जिसको शासन ने संज्ञान में लिया और एक टीम गठित करके मंडल स्तर पर जांच कराना शुरू किया.
- इस संदर्भ में जिलाधिकारी ज्ञान प्रकाश त्रिपाठी ने बताया कि शासन स्तर पर भ्रष्टाचार की जांच चल रही थी.
- वहीं से फूड सेफ्टी अधिकारी को नामित कर मंडल स्तर पर जांच की जा रही थी.
- जिसमें आज शासन स्तर से जिला पूर्ति अधिकारी नरेंद्र तिवारी व जिला पूर्ति निरीक्षक शैलेंद्र सागर का निलंबन किया गया है.