मऊः जनपद के मधुबन क्षेत्र में पिछले दिनों सरयू नदी ने रौद्र रूप धारण किया तो भूमि कटान के कारण कई लोगों को अपना आशियाना गंवाना पड़ा. नदी के सबसे अंतिम छोर पर बसे बिदटोलिया गांव के ऐसे 30 लोगों को दुबारी न्याय पंचायत के मझौवां गांव में नवीन परती भूमि पर रिहायशी पट्टा दिया गया है. नए आशियाने के लिए भूमि पाकर गरीब परिवार काफी खुश हैं. उन्होंने तहसील प्रशासन को धन्यवाद दिया है.
पहले हुआ था विवाद
कुछ दिन पूर्व तहसील प्रशासन ने गरीबों को पट्टा दिलाने के लिए मझौवां में जमीन आवंटित की थी. प्रशासन ने रिहायशी पट्टा तो कर दिया था, मगर इस भूमि पर कब्जा लेने पहुंचे रामबली निषाद, बहादुर निषाद, दिलीप, संदीप, शिवकुमार, हरि चौहान जैसे पीड़ितों को गांव की महिलाओं के जोरदार विरोध का सामना करना पड़ा था. यहां तक कि गांव की उग्र महिलाओं ने कब्जा लेने पहुंचे लोगों को लाठी-डंडा लेकर दौड़ा दिया था. बेचारे पीड़ित किसी तरह वहां से जान बचा कर भागे थे. इस घटना के बाद कोई भी कटान पीड़ित वहां दोबारा जाने की हिम्मत नहीं जुटा सका था. सभी पीड़ितों ने एसडीएम से आपबीती सुनाई थी. तहसील प्रशासन द्वारा सभी कटान पीड़ितों को यह आश्वासन दिया गया था कि तहसील प्रशासन मौके पर मय फोर्स पहुंचकर सभी पट्टाधारकों को कब्जा दिलाएगा.
पुलिस बल ने दिलवाया कब्जा
रविवार को तहसील प्रशासन ने पुलिस बल के साथ मझौवां गांव में सभी 30 पट्टाधारकों को उनके हिस्से की आवंटित भूमि पर कब्जा दिलाया. इससे बाद यह पीड़ित काफी प्रसन्न हैं और तहसील प्रशासन को धन्यवाद व्यक्त कर रहे हैं.