मऊः जनपद में आधार कार्ड संशोधन कराने और नया बनवाने के लिए लोग कई महीनों से पोस्ट ऑफिस का चक्कर काट रहे हैं, लेकिन काम बन नहीं पा रहा है. कभी सर्वर फेल तो कभी स्टाफ नहीं. इस समय छात्रवृत्ति के फॉर्म में मोबाइल वेरिफिकेशन अनिवार्य कर दिया गया है. इसके चलते छात्र परेशान हैं. ऐसे में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. आधार में सुधार नहीं होने से जहां छात्र परेशान हैं, वहीं किसी का बैंक का काम तो किसी का अन्य काम बिना आधार के नहीं हो रहा है, जबकि सरकार द्वारा इसको बनवाने और सुधार के लिए कोई सुलभ व्यवस्था नहीं की गई है.
बनवाने आए लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि संसोधन के नाम पर अतिरिक्त शुल्क लिया जाता है. जो कोई पैसा दे देता है, उसका नंबर जल्दी आ जाता है. जिले में आधार बनवाने के गिने चुने केंद्र हैं. ऐसे में लोग परेशान हैं, लेकिन अधिकारियों का ध्यान इस गंभीर समस्या पर नहीं जा रहा है.
अधिकारी बोले नहीं हैं संसाधन और कर्मचारी
डाकघर प्रमुख पीके सिंह ने बताया कि हां थोड़ी कमियां हैं. हमारे यहां सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के नियम का पालन कराने के लिए गार्ड नहीं है. हमने अपनी तरफ से जिलाधिकारी, एसपी और उच्च अधिकारियों को अवगत करा दिया है, लेकिन अभी कोई सहायता नहीं मिली. ऐसे में हम लोग मजबूर हैं. हमारे यहां स्टाफ की भी कमी है, लेकिन हम अपना काम बखूबी करते हैं. वहीं संसाधनों की भी कमी है. इसके बावजूद काम जारी है.