ETV Bharat / state

बाराबंकी एंम्बुलेंस केस : डॉ.अलका राय को पुलिस ने किया नजरबंद, ये है मामला...

बाराबंकी एंम्बुलेंस मामले में आरोपी बाहुबली मुख्तार अंसारी व उसके करीबियों पर पुलिस ने शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. इस मामले की आरोपी डॉ. अलका राय को पुलिस ने नजरबंद किया है.

डॉ.अलका राय
डॉ.अलका राय
author img

By

Published : Mar 28, 2022, 5:40 PM IST

मऊ : मुख्तार अंसारी के बाराबंकी एंम्बुलेंस मामले में पुलिस ने एक निजी अस्पताल संचालक महिला डॉक्टर व उसके साथियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. मऊ जिले में एक निजी अस्पताल संचालक डॉक्टर अलका राय पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए सोमवार को बाराबंकी पुलिस पहुंची. लेकिन उससे पहले ही मऊ पुलिस ने आरोपी महिला व उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया.

इस प्रकरण में बाराबंकी पुलिस ने सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाते हुए धरपकड़ शुरू कर दी है. इसी क्रम में सोमवार को बाराबंकी पुलिस मऊ जिले में आरोपी महिला डॉक्टर पर कार्रवाई करने के लिए गई थी. गौरतलब है कि एक साल पहले मार्च माह में एंम्बुलेंस प्रकरण का खुलासा हुआ था. जिसमें चर्चित डॉक्टर और तत्कालीन भाजपा की महिला मोर्चा की क्षेत्रीय महामंत्री डॉ. अलका राय और उनके सहयोगी शेषनाथ राय का नाम सामने आया था. इसके बाद प्रशासन ने इनको अप्रैल 2021 में हिरासत में लेकर बाराबंकी जेल में भेज दिया था.

डॉ.अलका राय

इस मामले में पुलिस ने मुख्तार अंसारी के कई करीबियों को भी आरोपी बनाया था. जिसमें से डॉ. अलका राय और उनके भाई शेषनाथ राय पिछले साल 22 दिसंबर को लगभग 8 महीने बाद जेल से रिहा हुए थे. योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण के बाद ही मुख्तार अंसारी समेत 13 आरोपियों के खिलाफ प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट लगा दिया. इस मसले पर डॉ. अलका राय ने खुद को बेगुनाह बताया है. अल्का राय ने कहा कि मैं 8 महीने जेल में रहकर आयी हूं. डॉ. अल्का राय ने कहा कि उन्हें जिस मामले में जेल हुई थी, उसमें उनकी भूमिका नहीं थीं. फिलहाल डॉ. अल्का राय को पुलिस ने नजरबंद कर रखा है.

ये है मामला

बाहुबली मुख्‍तार अंसारी को शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा करने के मामले में सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी के लिए बांदा जेल से लखनऊ लाया गया था. मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेश करने के बाद बापस बांदा के लिए रवाना कर दिया गया. मुख्तार अंसारी पर शत्रु संपत्ति पर अवैध निर्माण का आरोप है. इस मामले में मुख्तार अंसारी के साथ ही उनके बेटे उमर अंसारी और अब्बास अंसारी पर भी केस दर्ज किया गया था. 27 अगस्त 2020 को जियामऊ के लेखपाल सुरजन लाल ने हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था. मुख्तार अंसारी और उसके दोनों बेटों पर आईपीसी की धारा 120 बी, 420, 467,468, 471 व सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 3 में केस दर्ज हुआ था.

इसे पढ़ें- कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद बांदा जेल रवाना हुआ मुख्तार अंसारी

मऊ : मुख्तार अंसारी के बाराबंकी एंम्बुलेंस मामले में पुलिस ने एक निजी अस्पताल संचालक महिला डॉक्टर व उसके साथियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. मऊ जिले में एक निजी अस्पताल संचालक डॉक्टर अलका राय पर गैंगस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई करने के लिए सोमवार को बाराबंकी पुलिस पहुंची. लेकिन उससे पहले ही मऊ पुलिस ने आरोपी महिला व उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया.

इस प्रकरण में बाराबंकी पुलिस ने सभी आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाते हुए धरपकड़ शुरू कर दी है. इसी क्रम में सोमवार को बाराबंकी पुलिस मऊ जिले में आरोपी महिला डॉक्टर पर कार्रवाई करने के लिए गई थी. गौरतलब है कि एक साल पहले मार्च माह में एंम्बुलेंस प्रकरण का खुलासा हुआ था. जिसमें चर्चित डॉक्टर और तत्कालीन भाजपा की महिला मोर्चा की क्षेत्रीय महामंत्री डॉ. अलका राय और उनके सहयोगी शेषनाथ राय का नाम सामने आया था. इसके बाद प्रशासन ने इनको अप्रैल 2021 में हिरासत में लेकर बाराबंकी जेल में भेज दिया था.

डॉ.अलका राय

इस मामले में पुलिस ने मुख्तार अंसारी के कई करीबियों को भी आरोपी बनाया था. जिसमें से डॉ. अलका राय और उनके भाई शेषनाथ राय पिछले साल 22 दिसंबर को लगभग 8 महीने बाद जेल से रिहा हुए थे. योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल के शपथ ग्रहण के बाद ही मुख्तार अंसारी समेत 13 आरोपियों के खिलाफ प्रशासन ने गैंगस्टर एक्ट लगा दिया. इस मसले पर डॉ. अलका राय ने खुद को बेगुनाह बताया है. अल्का राय ने कहा कि मैं 8 महीने जेल में रहकर आयी हूं. डॉ. अल्का राय ने कहा कि उन्हें जिस मामले में जेल हुई थी, उसमें उनकी भूमिका नहीं थीं. फिलहाल डॉ. अल्का राय को पुलिस ने नजरबंद कर रखा है.

ये है मामला

बाहुबली मुख्‍तार अंसारी को शत्रु संपत्ति पर अवैध कब्जा करने के मामले में सोमवार को एमपी-एमएलए कोर्ट में पेशी के लिए बांदा जेल से लखनऊ लाया गया था. मुख्तार अंसारी को कोर्ट में पेश करने के बाद बापस बांदा के लिए रवाना कर दिया गया. मुख्तार अंसारी पर शत्रु संपत्ति पर अवैध निर्माण का आरोप है. इस मामले में मुख्तार अंसारी के साथ ही उनके बेटे उमर अंसारी और अब्बास अंसारी पर भी केस दर्ज किया गया था. 27 अगस्त 2020 को जियामऊ के लेखपाल सुरजन लाल ने हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया था. मुख्तार अंसारी और उसके दोनों बेटों पर आईपीसी की धारा 120 बी, 420, 467,468, 471 व सार्वजनिक संपत्ति नुकसान निवारण अधिनियम 3 में केस दर्ज हुआ था.

इसे पढ़ें- कोर्ट में सुनवाई पूरी होने के बाद बांदा जेल रवाना हुआ मुख्तार अंसारी

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.