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मऊ: 'कोविड-19 संक्रमण काल में डेंगू और मलेरिया से बचकर रहें' - मऊ

उत्तर प्रदेश के मऊ जिले में जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया. इसके तहत कोरोना काल में डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए जागरूक किया गया. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना काल में लोगों को मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों से बचने की जरूरत है.

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डेंगू और मलेरिया से बचने के लिए किया गया जागरूक.
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Published : Sep 1, 2020, 1:19 PM IST

मऊ: जिले में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग इससे निपटने के लिये तमाम उपाय और कवायद कर रहे हैं. इसी के तहत नगर क्षेत्र में वेक्टर जनित रोगों से बचाव हेतु जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया, जिसमें मलेरिया विभाग के कर्मियों ने लोगों को सचेत करने का कार्य किया.

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मलेरिया विभाग के कर्मियों ने लोगों को सचेत किया.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना काल में लोगों को मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों से बचने की जरूरत है. कारण है कि डेंगू और मलेरिया होने के बाद लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए यह जरूरी है कि लोग इन मच्छर जनित बीमारियों की चपेट में आने से खुद को बचाएं.


बुखार होने पर स्वास्थ्य केन्द्र ही जाएं
अगर किसी को बुखार हो तो वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ही जाए. मेडिकल स्टोर से या फिर किसी अप्रशिक्षित डॉक्टर से कोई भी दवा लेकर न खाएं. ऐसा करने से बीमारी और गंभीर हो सकती है.

ये हैं डेंगू के प्रमुख लक्षण
डेंगू के सबसे प्रमुख लक्षणों में से एक ‘हड्डियों का दर्द’ है. इस कारण से डेंगू को ‘हड्डी तोड़ बुखार’ के नाम से भी जाना जाता है. डेंगू, खासतौर पर बारिश के मौसम के दौरान और बाद में होता है. इस समय डेंगू तेजी से फैल रहा है, लेकिन उससे डरने की जरूरत नहीं है. बल्कि लोगों को सावधान और जागरूक रहने की आवश्यकता है. डेंगू के लक्षणों में त्वचा पर चकत्ते, तेज सिर दर्द, पीठ दर्द, प्लेटलेट्स कम होना, आंखों में दर्द, तेज बुखार, मसूड़ों से खून बहना, नाक से खून बहना, जोड़ों में दर्द, उल्टी, दस्त आदि प्रमुख हैं.

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मऊ सीएमओ डॉ. सतीशचंद्र सिंह

5 से 6 दिन बाद दिखाई देने लगते हैं डेंगू के लक्षण
जिला मलेरिया अधिकारी बेदी यादव ने बताया कि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है वह कोविड-19 के जल्दी शिकार हो सकते हैं. डेंगू और मलेरिया व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देती है. डेंगू खुद एक गंभीर बीमारी है और इसके साथ कोविड-19 का भी संक्रमण हो गया तो यह और भी ज्यादा घातक हो सकता है. डेंगू एडीज़ मच्छर के काटने से होता है. इस मच्छर के काटने के पांच से छह दिन बाद डेंगू के लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं.


बेदी यादव ने बताया कि मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए जिले के सभी गांव, कस्बों और शहरी क्षेत्र के मोहल्लों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सभी लोग अपने घरों के अंदर व आसपास साफ-सफाई रखें, जिससे इन जानलेवा बीमारियों से बचा जा सके.

इन बातों का जरूर रखें ध्यान

  • अपने आसपास मच्छ‍रों को न पनपने दें. दरवाजे व खि‍ड़कियों पर जाली लगवाएं ताकि मच्छरों का प्रवेश घर में न हो.
  • मच्छरदानी का प्रयोग करें और घर के अंदर फ्रिज, कूलर, पुराने टायरों व डिब्बों में पानी कदापि न एकत्रित होने दें.
  • पानी की टंकी को पूरी तरह से ढक करके रखें और पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहनें, ताकि मच्छर न काट सकें.
  • नालियों में जलभराव को रोकें और नियमित सफाई करते रहें. जानवरों के बाड़ों को घर से दूर रखें और सफाई पर विशेष ध्यान दें.

मऊ: जिले में कोविड-19 का संक्रमण तेजी से फैल रहा है. सरकार और स्वास्थ्य विभाग इससे निपटने के लिये तमाम उपाय और कवायद कर रहे हैं. इसी के तहत नगर क्षेत्र में वेक्टर जनित रोगों से बचाव हेतु जागरूकता कार्यक्रम चलाया गया, जिसमें मलेरिया विभाग के कर्मियों ने लोगों को सचेत करने का कार्य किया.

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मलेरिया विभाग के कर्मियों ने लोगों को सचेत किया.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतीश चंद्र सिंह ने बताया कि कोरोना काल में लोगों को मलेरिया व डेंगू जैसी बीमारियों से बचने की जरूरत है. कारण है कि डेंगू और मलेरिया होने के बाद लोगों की इम्युनिटी कमजोर हो जाती है, जिससे कोरोना संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है. इसलिए यह जरूरी है कि लोग इन मच्छर जनित बीमारियों की चपेट में आने से खुद को बचाएं.


बुखार होने पर स्वास्थ्य केन्द्र ही जाएं
अगर किसी को बुखार हो तो वह अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर ही जाए. मेडिकल स्टोर से या फिर किसी अप्रशिक्षित डॉक्टर से कोई भी दवा लेकर न खाएं. ऐसा करने से बीमारी और गंभीर हो सकती है.

ये हैं डेंगू के प्रमुख लक्षण
डेंगू के सबसे प्रमुख लक्षणों में से एक ‘हड्डियों का दर्द’ है. इस कारण से डेंगू को ‘हड्डी तोड़ बुखार’ के नाम से भी जाना जाता है. डेंगू, खासतौर पर बारिश के मौसम के दौरान और बाद में होता है. इस समय डेंगू तेजी से फैल रहा है, लेकिन उससे डरने की जरूरत नहीं है. बल्कि लोगों को सावधान और जागरूक रहने की आवश्यकता है. डेंगू के लक्षणों में त्वचा पर चकत्ते, तेज सिर दर्द, पीठ दर्द, प्लेटलेट्स कम होना, आंखों में दर्द, तेज बुखार, मसूड़ों से खून बहना, नाक से खून बहना, जोड़ों में दर्द, उल्टी, दस्त आदि प्रमुख हैं.

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मऊ सीएमओ डॉ. सतीशचंद्र सिंह

5 से 6 दिन बाद दिखाई देने लगते हैं डेंगू के लक्षण
जिला मलेरिया अधिकारी बेदी यादव ने बताया कि जिन लोगों की इम्युनिटी कमजोर होती है वह कोविड-19 के जल्दी शिकार हो सकते हैं. डेंगू और मलेरिया व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को कमजोर कर देती है. डेंगू खुद एक गंभीर बीमारी है और इसके साथ कोविड-19 का भी संक्रमण हो गया तो यह और भी ज्यादा घातक हो सकता है. डेंगू एडीज़ मच्छर के काटने से होता है. इस मच्छर के काटने के पांच से छह दिन बाद डेंगू के लक्षण दिखाई देने लग जाते हैं.


बेदी यादव ने बताया कि मच्छर जनित रोगों से बचाव के लिए जिले के सभी गांव, कस्बों और शहरी क्षेत्र के मोहल्लों में जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. सभी लोग अपने घरों के अंदर व आसपास साफ-सफाई रखें, जिससे इन जानलेवा बीमारियों से बचा जा सके.

इन बातों का जरूर रखें ध्यान

  • अपने आसपास मच्छ‍रों को न पनपने दें. दरवाजे व खि‍ड़कियों पर जाली लगवाएं ताकि मच्छरों का प्रवेश घर में न हो.
  • मच्छरदानी का प्रयोग करें और घर के अंदर फ्रिज, कूलर, पुराने टायरों व डिब्बों में पानी कदापि न एकत्रित होने दें.
  • पानी की टंकी को पूरी तरह से ढक करके रखें और पूरी बांह वाली कमीज और पैंट पहनें, ताकि मच्छर न काट सकें.
  • नालियों में जलभराव को रोकें और नियमित सफाई करते रहें. जानवरों के बाड़ों को घर से दूर रखें और सफाई पर विशेष ध्यान दें.
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