मऊ: सोमवार को एनआरसी का विरोध कर रहे उग्र प्रदर्शनकारियों ने थाने में आगजनी और पुलिस पर पथराव की घटना को अंजाम दिया था. इसके बाद शांति व्यवस्था कायम करने के लिए जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी. मंगलवार की दोपहर में जिला प्रशासन ने नगर के समस्त सम्मानित मौलाना और मौलवियों के साथ बैठक की. इस बैठक में आजमगढ़ के डीआईजी और कमिश्नर मौजूद रहे.
- घटना के बाद ही सोमवार की देर रात में आजमगढ़ मंडल के डीआईजी जे. रविंद्र गौड़ और कमिश्नर कनक त्रिपाठी ने कमान संभाली.
- मंगलवार को स्कूल-कॉलेज बंद कर दिए गए है.
- जनजीवन सामान्य करने के लिए पुलिस जगह-जगह तैनात कर दी गई है.
- इसी क्रम में अल्पसंख्यक समाज के मौलाना और मौलवी के साथ दक्षिण टोला थाना में बैठक की गई.
- इस बैठक के माध्यम से सभी जिम्मेदार मौलाना, मौलवी अपने बिरादरियों के साथ बैठक कर जिले में अमन-चैन कायम करने के लिए भ्रमण करेंगे.
अधिकारियों के साथ बैठक हुई है. सोमवार की घटना काफी निंदनीय है. हम लोग जब मौके पर पहुंचे तो देखा कि बिना किसी नेतृत्वकर्ता के ही आंदोलन चल रहा था. भविष्य में भी ध्यान दिया जाएगा कि इस तरह की गलतियां दोबारा न हो. इसको लेकर हम लोग अपने बिरादरी में बैठक कर संदेश देने जा रहे हैं.
-इफ्तेखार अहमद मिफ्तही, मौलानाइस घटना पर खेद प्रकट किया. साथ ही जिला प्रशासन की प्रशंसा की कि जिला प्रशासन तत्परता नहीं दिखाता तो मऊ जल जाता. दंगाइयों को सख्त से सख्त सजा दी जाए.
-अबदुल्लाह, मौलवी फैजयाम मदरसा