मऊः चिरैयाकोट थाना क्षेत्र के असलपुर गांव में 12 जनवरी की देर शाम अरविंद राम की हत्या कर दी गई थी. इसके बाद हुए बवाल में एक पक्ष के लोगों ने गांव के ही कैलाश सिंह पर हमला कर दिया था. इस हमले में उनके हाथ और पैर टूट गए थे. उनके पुत्र सुजीत सिंह को भी गंभीर चोटें आई थीं. घायल के छोटे भाई उमाशंकर सिंह की तहरीर पर मारे गए अरविंद के चाचा शंभू राम, दुलारे राम, चंद्रकेस राम, प्रकाश राम, महेंद्र राम, अमरदीप राम के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
दलित युवक की हत्या के बाद हुआ था बवाल
दलित अरविंद राम की हत्या के बाद गांव में दूसरी बस्ती पर हमला बोलकर तोड़फोड़ की गई थी. आक्रोशित लोगों ने एक व्यक्ति की पुआल में आग लगा दी थी. आक्रोशित भीड़ ने पुलिस के दो वाहन फूंक डाले थे. इस मामले में पुलिस पहले ही सरकारी संपत्ति को क्षति पहुंचाने की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर चुकी है.
चुनावी रंजिश में हत्या करने की आशंका
असलपुर गांव में अरविंद की हत्या के पीछे पंचायत चुनाव की रंजिश मानी जा रही है. क्योंकि, हत्या के आरोपी राहुल सिंह ने 8 सितंबर 2019 को ग्राम प्रधान मुन्ना बागी की हत्या भरी पंचायत में कर दी थी. मुन्ना हत्या के बाद से अभी तक 50 हजार का इनामी राहुल पुलिस की गिरफ्त में नही आया है.