मथुराः वृंदावन में निधिवन का राज जानने के लिए कुछ यूट्यूबर भाईदूज की रात को चुपके से दीवार फांदकर भीतर घुस गए. उन्होंने यहां 25 मिनट का वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया. इस पर यहां के सेवायत गोस्वामी की ओर से कोतवाली में इन युवकों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की गई है. कई धार्मिक संगठनों ने भी इसका विरोध किया है. पुलिस पूरे मामले की जांच में जुटी हुई है.
ठाकुर श्री बांकेबिहारी महाराज की प्राकट्य स्थली वृंदावन के निधिवन का रहस्य जानने के लिए बीते दिनों मध्यरात्रि में करीब आधा दर्जन यूट्यूबर दीवार फांदकर भीतर घुस गए थे. यहां इन्होंने वीडियो बनाया. आरोप है कि इस वीडियो को शूट करने के दौरान ये युवक आध्यात्मिक रहस्य पर अनर्गल टिप्पणी करते भी दिखाई दे रहे है. इस वीडियो को अब तक चार लाख से अधिक लोग यूट्यूब पर सर्च कर चुके है.
मन्दिर प्रबंधन को जब इसकी जानकारी हुई तो मन्दिर के सीसीटीवी कैमरों से पुष्टि करने के बाद कोतवाली में तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की गई. जब पुलिस द्वारा इसे गंभीरता से नही लिया गया तो मथुरा मुंसिफ के समक्ष प्रार्थनापत्र पेश किया गया. इस पर सिविल जज अर्चना सिंह ने मथुरा पुलिस को मुकदमा दर्ज कर आपत्तिजनक कंटेंट को सोशल मीडिया से हटवाने के निर्दश दिए.
निधिवन मंदिर के सेवायत गोस्वामी भीखचन्द गोस्वामी ने बताया कि यह मामला भाई दूज वाले दिन का है. यह वीडियो 10 नवंबर को अपलोड किया गया है. इसके बाद तहरीर दी गई है. यह वीडियो डिलीट करवाने के प्रयास तेज कर दिए गए हैं.
ये भी पढ़ेंः योगी के गढ़ में गरजे अखिलेश, जिन लोगों ने यूपी को पीछे किया उनका सफाया निश्चित है
उन्होंने कहा कि वीडियो में हमने देखा है कि जूते पहनकर कुछ लोग रात में मंदिर में प्रवेश करते हैं. इसके बाद वे वीडियो शूट करते हैं. उन्होंने कहा कि जहां भगवान कृष्ण रास खेलते हैं वहां जूते पहनकर प्रवेश करना आस्था से खिलवाड़ है. उन्होंने यह भी कहा कि जब इन्हें घुंघरुओं की आवाज सुनाई दी है तब वे यह कहते हुए भागे हैं कि भागो...घुंघरुओं की आवाज आ रही है...मर जाएंगे. यह वीडियो ही इन्होंने सोशल मीडिया पर अपलोड किया है.
धार्मिक संगठनों ने गंगाजल से की धुलाई, कार्रवाई की मांग
धार्मिक संगठनों द्वारा गंगाजल से मंदिर का शुद्धिकरण किया गया. वहीं कुछ संगठनों ने इसका विरोध किया और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की. धर्म रक्षा संघ के राष्ट्रीय संयोजक आचार्य बद्रीश ने कहा कि हमारे संपूर्ण विश्व की आस्था के केंद्र श्री निधिवन राज में जहां भक्त श्रद्धापूर्वक दर्शन करते हैं, ठाकुरजी जहां रात को शयन करते हैं, वहां इस तरह से घुसना गलत है. यह मर्यादाओं का उल्लंघन है. ये लोग जूता पहनकर यहां घुसे थे, पवित्र स्थल में ऐसे घुसना गलत है.
ये है पौराणिक मान्यता
पौराणिक मान्यता है कि निधिवन बंद होने के बाद भी यदि कोई छिपकर रासलीला देखने की कोशिश करता है तो वह पागल हो जाता है. मंदिर के महंत और आसपास के लोग इससे जुड़े कई किस्से सुनाते हैं. दावा ये भी किया जाता है कि वहां मौजूद पशु-पक्षी भी शाम होते ही, वन छोड़ देते हैं. ऐसी मान्यता है कि रात में यहां भगवान कृष्ण रासलीला खेलते हैं.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप