मथुरा: राज्य पुलिस में आरक्षी पदों के लिए हुई भर्ती में हाईकोर्ट के आदेश के बाद भी युवाओं को नियुक्ति पत्र नहीं मिल सका है. इसके खिलाफ सैकड़ों अभ्यर्थियों ने एकजुट होकर राष्ट्रपति के नाम जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा और इच्छामृत्यु की मांग की. अभ्यर्थियों का कहना है कि अगर उन्हें ज्वॉइनिंग नहीं मिलती तो उन्हें मृत्यु की अनुमति दे दी जाए.
- पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के शासनकाल में निकली थी पुलिस विभाग में रिक्तियां
- साल 2013 की इस भर्ती में कुल 41,610 पुलिस आरक्षियों के पदों के लिए मांगे गए थे आवेदन
- लिखित और शारीरिक दक्षता के बाद कुल 56 हजार अभ्यर्थी हुए थे उत्तीर्ण
- इन सभी अभ्यर्थियों को मेडिकल परीक्षण के लिए बुलाया गया.
- मेडिकल के बाद कुल 38,315 परीक्षार्थियों का हुआ अंतिम चयन
- इनमें से 11,786 अभ्यर्थियों को नहीं भेजा गया नियुक्ति पत्र
- इसके खिलाफ हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका.
- 20 अप्रैल 2018 को हाईकोर्ट ने इन अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र देने का दिया आदेश
- कोर्ट के आदेश के बावजूद अब तक नहीं मिल पाई नियुक्ति
2013 में पुलिस की भर्ती निकाली गई थी. हमने लिखित परीक्षा पास की. इसके बाद फिजिकल और मेडिकल टेस्ट भी पास कर लिया लेकिन हमें नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया. इसके खिलाफ हाईकोर्ट 18 माह पहले ही आदेश जारी कर चुका है. इसके बावजूद हमें भी जॉइनिंग लेटर नहीं मिला है. अब हमें कोई दूसरा विकल्प नजर नहीं आता इसलिए हम राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की मांग करते हैं.
- अंजना कुमारी, अभ्यर्थी