मथुरा : कोरोना संक्रमित मरीजों और इससे मरने वाले लोगों की संख्या जनपद में लगातार बढ़ती जा रही है. श्मशान घाट पर शवों का अंतिम संस्कार गुपचुप तरीके से कराया जा रहा है. उधर, जिला प्रशासन ने पिछले पांच दिनों से सरकारी वेबसाइट पर मृतकों की संख्या को अपडेट नहीं किया है. केवल पॉजिटिव और स्वस्थ होने वाले मरीजों की सूची जारी की गई है. यमुना नदी के किनारे ध्रुव घाट पर प्रतिदिन 35 से 40 शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है. इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि जनपद की स्थिति कितनी भयावह हो रही है. जिले के अधिकारी इस मामले में ढीला रवैया अपना रहे हैं.
कोरोना संक्रमण के बीच कही इलाज के दौरान मरीज दम तोड़ रहे हैं तो कही संसाधनों की कमी के चलते मरीजों को उपचार नहीं मिल पा रहा और वह दम तोड़ रहे हैं. यमुना नदी के किनारे श्मशान घाट पर दिन हो या रात, लगातार शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है. श्मशान घाट पर हर 10, 15 मिनट पर एंबुलेंस शव लाती हुई नजर आती है.यमुना नदी के किनारे शव का अंतिम संस्कार कराया जा रहा है.
मृतकों की संख्या छुपाने में लगा जिला प्रशासन
श्मशान घाट पर प्रतिदिन 35 से 40 शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. श्मशान घाट के कार्यालय में शवों के रजिस्टर में नाम-पते भी नोट नहीं किये जा रहे हैं. जिला प्रशासन कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों के आंकड़े भी छुपाने लगा है. जिला प्रशासन द्वारा प्रतिदिन कोविड-19 मरीजों की संख्या और स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या जारी की जा रही है लेकिन पिछले 5 दिनों से मृतकों के रिकार्ड को अपडेट नहीं किया गया है.
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पिछले 24 घंटे में मरीजों की संख्या व मौत
3 मई : मरीजों की संख्या 352, पांच की मौत
2 मई : मरीजों की संख्या 554, चार की मौत
1 मई : मरीजों की संख्या 295, तीन की मौत
30 अप्रैल : मरीजों की संख्या 551, दो की मौत
29 अप्रैल : मरीजों की संख्या 506,तीन की मौत
28 अप्रैल : मरीज की संख्या 342, चार की मौत
जनपद में कुल पॉजिटिव मरीज - 15378
स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या- 11356
एक्टिव केसों की संख्या- 3856
अब तक कुल मौतें - 160
पिछले 24 घंटों में कई शवों का हुआ संस्कार
श्मशान घाट कार्यालय कर्मचारी महेश अरोड़ा ने बताया यमुना नदी के किनारे पिछले 24 घंटों में कई शवों का अंतिम संस्कार किया जा चुका है. यह आंकड़ा धीरे-धीरे बढ़ने लगा है. डॉक्टर एंबुलेंस लेकर आते हैं और शव का अंतिम संस्कार कर दिया जाता है. लेकिन 23 अप्रैल से प्रतिदिन 35 से 40 शवों का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. रजिस्टर में एंट्री भी नहीं कराई जाती है.
एंबुलेंस चालक अफसर ने बताया कि सुबह से अभी एक बॉडी लेकर आया हूं जो कोरोना पॉजिटिव थी. यमुना नदी के किनारे पहले से तीन एंबुलेंस खड़ी हुई है. इनमें शव रखें हैं. हर रोज कई शवों का अंतिम संस्कार हो रहा है.