मथुरा: श्री कृष्ण जन्मभूमि संघर्ष न्यास के अध्यक्ष दिनेश शर्मा ने अपनी हत्या की आशंका जताते हुए मथुरा प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है. उनका कहना है कि कुछ विदेशी आतंकवादियों के गुर्गे मथुरा पहुंच चुके हैं और उनकी रेकी कर रहे हैं. यह लोग उनकी हत्या कर सकते हैं. जिसके चलते मथुरा प्रशासन उन्हें सुरक्षा मुहैया कराएं.
जिलाधिकारी से लगाई सुरक्षा की गुहारः दिनेश शर्मा ने शुक्रवार को जिलाधिकारी मथुरा को सुरक्षा की मांग करते हुए प्रार्थना पत्र सौंपा है. दिनेश शर्मा का आरोप है कि इससे पहले भी उनके ऊपर जानलेवा हमला करने का प्रयास किया गया था. जिसमें वह बाल-बाल बचे थे. पहले भी वह मथुरा प्रशासन को प्रार्थना पत्र देकर अपनी सुरक्षा की मांग कर चुके हैं. लेकिन, प्रशासन ने उन्हें किसी भी तरह की सुरक्षा मुहैया नहीं कराई. जिसके चलते उन्हें अपनी और अपने परिजनों की हत्या की जाने का डर है. गौरतलब है कि दिनेश शर्मा श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से ईदगाह मस्जिद को हटाने वाले केस के मुख्य याचिकाकर्ता हैं.
मेरी हत्या के जिम्मेदार जिलाधिकारी होंगेः मीडिया से बात करते हुए दिनेश शर्मा ने कहा कि यदि मेरी हत्या हो जाती है. तो इसके जिम्मेदार मथुरा जिलाधिकारी होंगे. उन्होंने कहा कि विदेशी आतंकवादियों के गुर्गों की लोकेशन गोवर्धन और मथुरा में मिली है. यह आतंकवादियों के गुर्गे किसी भी घटना को अंजाम दे सकते है. उनके घर की दो बार रेकी मुस्लिम कट्टरपंथियों द्वारा की जा चुकी है. जिसमें एक बार दिल्ली के नंबर की गाड़ी से आए थे और दूसरी बार मध्य प्रदेश नंबर की गाड़ी से आए थे. पड़ोसियों जब लोगों से पूछताछ की तो वह लोग भाग गए. इसके अलावा एक बार जानलेवा हमला हो चुका है और व्हाट्सएप नंबर पर भी कई बार जान से मारने की धमकियां आती हैं.
दिनेश शर्मा का कहना है कि मुस्लिम कट्टरपंथी लोग बौखला गए हैं, क्योंकि उनके पास ईदगाह मस्जिद को बचाने के लिए कोई भी प्राचीन साक्ष्य नहीं है. इसलिए वह किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं. क्योंकि, दिनेश शर्मा ईदगाह मस्जिद को गंगाजल से धोकर शुद्ध करके लड्डू गोपाल जी का अभिषेक करने के लिए पहले भी न्यायालय में प्रार्थना पत्र दे चुके हैं. इसके साथ ही 6 दिसंबर को ईदगाह मस्जिद परिसर में लड्डू गोपाल जी के अभिषेक का प्रयास कर चुके हैं.
मुस्लिम कट्टरपंथी करते हैं उनसे नफरतः दिनेश शर्मा ने अजान को लाउड स्पीकर से बंद करने का भी ज्ञापन जिलाधिकारी मथुरा को दिया गया था. वहीं, उन्होंने ईदगाह मस्जिद की बिजली चोरी भी पकड़वाई थी. तब से मुस्लिम कट्टरपंथी उनसे नफरत करने लगे हैं. क्योंकि, बिजली विभाग ने ईदगाह मस्जिद वालों पर 3 लाख रुपए का जुर्माना लगाया था और बिजली कनेक्शन कट कर दिया था. जिसके बाद से मस्जिद वालों को अंधेरे में रहना पड़ा था. वहीं, दिनेश शर्मा ने एक संकल्प लिया था कि जब तक औरंगजेब के पाप की निशानी मथुरा ईदगाह मस्जिद कृष्ण जन्मभूमि मंदिर से नहीं हटेगी, तब तक वह नंगे पैर रहेंगे और अपने पैरों में जूता चप्पल नहीं पहनेंगे.
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