मथुरा: राम भक्तों के लिए बुधवार का दिन यादगार बन गया. क्योंकि अयोध्या में बाबरी ढांचा विध्वंस मामले में अदालत की ओर से फैसला सुनाते हुए सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया गया. इसमें वृंदावन की साध्वी ऋतंभरा भी शामिल थीं. कोर्ट के फैसले के बाद साध्वी ऋतंभरा बुधवार रात वृंदावन में अपने आश्रम वात्सल्य ग्राम में पहुंची. जहां बैंड-बाजे और पुष्पवर्षा के साथ उनका स्वागत किया गया. साध्वी ऋतंभरा के वात्सल्य ग्राम आश्रम पहुंचने पर वहां जश्न मनाया गया और लोगों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर अपनी खुशी का इजहार किया.
इस मौके पर साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि यह फैसला ऐतिहासिक फैसला है. हम लोग 28 साल से आरोप का कलंक झेल रहे थे. श्रीराम जन्मभूमि का आंदोलन षडयंत्रों के बल पर नहीं बल्कि सत्य के आधार पर चला था. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद 500 साल से चल रहा संघर्ष सिद्ध हो गया था.
साध्वी ऋतंभरा ने कहा कि हम किसी गलत मांग को नहीं कर रहे थे. किसी दूसरे की चीज पर दावा करना और उस पर अधिकार जमाना हम भारतीयों के स्वभाव में ही नहीं है और 500 साल का संघर्ष झूठ के बल पर नहीं हो सकता. हम लोगों पर आरोप था कि हम लोगों ने षड्यंत्र रचा. निम्न राजनीतिक मानसिकता के चलते ही हम लोगों पर इतने कलूषित आरोप जड़ दिए गए थे. लेकिन न्यायालय ने अब जब आरोप मुक्त किया है तो बहुत ही हर्ष हो रहा है. न्यायालय और सत्य की जीत हुई है.