मथुरा: हाथरस मामले में राजनीतिक विरोध के बीच जातीय दंगा कराने की साजिश का खुफिया एजेंसियों ने पर्दाफाश किया है. मामले में पुलिस ने पीएफआई से जुड़े 4 संदिग्धों को हिरासत में लेकर जांच तेज कर दी है. मथुरा पुलिस की गिरफ्तार में आए चार संदिग्धों में से एक रामपुर और एक बहराइच का रहने वाला है. लिहाजा पुलिस की दो टीमें रामपुर और बहराइच के लिए रवाना हो गई हैं.
बता दें कि जनपद मांट थाना क्षेत्र मांट टोल प्लाजा पर पिछले रविवार को पुलिस ने चार संदिग्ध लोगों को गिरफ्तार किया था. चोरों के पास से पुलिस को लैपटॉप, कुछ मोबाइल, पंपलेट और डायरी बरामद हुई थी. जिस पर जस्टिस फॉर हाथरस लिखा हुआ था. चारों युवक हाथरस में सांप्रदायिक हिंसा कराना चाहते थे. पुलिस ने चारों अभियुक्तों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके जेल भेज दिया है.
पुलिस ने मुकदमा दर्ज करने के बाद चारों अभियुक्त अतीकुर रहमान, आलम, सिदिक और मसूद 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पकड़े गए चारों अभियुक्त उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर, रामपुर, बहराइच और एक केरल के चरोर मलपपुरम के निवासी था. ये हाथरस में जाकर सांप्रदायिक हिंसा कराना चाहते थे.
चारों आरोपियों से बरामद हुई सामग्री लखनऊ ईडी को भेजी गई हैं. खुफिया एजेंसी विदेशों से हो रही फंडिंग को लेकर चारों अभियुक्तों से तार जोड़कर कुछ अहम सुराग खंगालने में लगी है. जनपद से बीते शुक्रवार की देर रात पुलिस की दो टीमें रामपुर और बहराइच के लिए रवाना हुईं. ये टीमें आरोपियों के परिजनों से संपर्क साधकर जानकारी जुटा सकती हैं. चारों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है. आने वाले एक-दो दिनों में पुलिस चारों आरोपियों को कोर्ट की अनुमति से पुलिस रिमांड पर ले सकती हैं. इस पूरे मामले में कोई भी पुलिस अधिकारी कुछ बोलने को तैयार नहीं है.