मथुरा: किसानों द्वारा अपने खेतों में पराली जलाने से आसपास के क्षेत्रों में जो धुआं उत्पन्न होता है, उससे प्रदूषण की मात्रा काफी बढ़ जाती है, जिससे लोगों में बीमारियां फैलने लगती हैं. इसी के चलते अब कृषि विभाग ने कमर कस ली है. कृषि विभाग ने इस प्रकार से जो किसान पराली जला देते हैं, उनके ऊपर कार्रवाई करने की बात कही है.
पराली जलाने पर लगेगा जुर्माना
मथुरा में कृषि अधिकारी धुरेंद्र कुमार ने किसानों से अपील की है कि जो किसान खेतों में पराली को जला देते हैं, उससे आसपास के वातावरण में बहुत ही ज्यादा प्रदूषण फैल जाता है, जिससे आम जनमानस को काफी हानि होती है. इस धुएं के कारण आसपास के क्षेत्रों में बीमारी फैलती है. पराली को खेतों में जलाने वाले किसान भी इसकी चपेट में आ जाते हैं. इसी के चलते कृषि विभाग ने सख्ती बरतते हुए किसानों से अपील की है कि वे अपने खेतों में पराली नहीं जलाएं. वहीं यह भी कहा गया है कि जो किसान पराली जलाते हुए पाया गया उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. कृषि विभाग ने पराली जलाने वाले किसान पर जुर्माना लगाए जाने की बात कही है.
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छाता को मिनी पंजाब भी कहा जाता है. छाता क्षेत्र एक बड़ा क्षेत्रफल है. किसान अपने खेतों की पराली को ना जलाएं .अगर ऐसा करते हुए किसान पाए जाते हैं तो ऐसे किसानों के विरुद्ध कृषि विभाग द्वारा जुर्माना लगा कर उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी .
धुरेंद्र सिंह,कृषि अधिकारी