मथुरा : यूपी विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) नजदीक है, इस चुनावी माहौल में सभी राजनीतिक पार्टियां अपनी रणनीति बना रही हैं. वहीं मथुरा जिले में सपा की आपसी कलह का व्हाट्सप चैट(Whatsapp Chat) सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें सपा के पदाधिकारी एक-दूसरे पर कीचड़ उछाल रहे हैं. चुनावी समर से पहले सपा की आपसी खींचातानी पार्टी को नुकशान पहुंचा सकती है.
मथुरा जिले से सपा नेताओं की व्हाट्सप पोस्ट सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. मिली जानकारी के अनुसार, सपा के मथुरा जिलाध्यक्ष लोक मणिकांत जादौन व उनके साथियों ने अपनी ही पार्टी के उपाध्यक्ष के साथ भेड़ चराने वाले गडरिया जैसे शब्दों का इस्तेमाल किया है. सपा नेताओं व कार्यकर्ताओं के आपसी कलह की चैट वायरल होने के बाद पार्टी की फजीहत हो रही है. इस घटना के बाद सपा कार्यकर्ताओं का कहना है कि विधानसभा चुनाव 2022 में साइकिल का नारा दने वाली पार्टी को उनकी पार्टी के लोग ही मिट्टी में मिलाने पर तुले हुए हैं.
आपसी कलह की पोस्ट सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सपा के जिला उपाध्यक्ष तुलसीराम धनगर ने अपने सैकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ सपा से इस्तीफा दे दिया. इस संबंध में सपा के पूर्व जिला उपाध्यक्ष तुलसीराम धनगर का कहना है कि पार्टी के मौजूदा मथुरा जिलाध्यक्ष लोक मणिकांत जादौन जातिगत व्यवहार करते हैं.
सपा जिलाध्यक्ष लोक मणिकांत जादौन दलित, पिछड़ों और अल्पसंख्यक वर्ग के लोगों के साथ भेदभाव करते हैं. वहीं इस मामले पर सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष पाल ने मौजूदा सपा जिलाध्यक्ष को हटाने के लिए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव से मांग की है. उन्होंने कहा कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष भेदभाव करने वालों को बाहर का रास्ता दिखाएंगे. यदि राष्ट्रीय अध्यक्ष ऐसा नहीं करते हैं, तो वह समझेंगे कि इस तरह का व्यवहार पार्टी की स्वीकृति से हो रहा है. पूर्व जिलाध्यक्ष सुभाष पाल ने कहा कि मुझे आशा है कि पार्ट्री के राष्ट्रीय अध्यक्ष कार्रवाई करेंगे, क्योंकि सपा किसी जाति विशेष की पार्टी नहीं है. सपा एक समान विचारधारा की पार्टी है.
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