मथुराः जनपद के कोसीकला थाना क्षेत्र यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर प्रवासी मजदूर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं. प्रवासी मजदूर कोई पैदल तो कोई साइकिल से सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करके अपने घर पहुंच रहे हैं, जिला प्रशासन द्वारा वय्वस्था की जा रही है, लेकिन यह फेल नजर आ रही हैं क्योंकि प्रवासी मजदूरों को समय पर सरकारी बसें उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग की अपील
इस मामले में सीओ छाता जगदीश काली रमन ने बताया कि यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों से लगातार अपील की जा रही है कि प्रवासी मजदूर सरकारी बसों में ही सफर करें, कोई भी पैदल न निकले. लेकिन प्रवासी मजदूरों की संख्या ज्यादा होने के कारण मजदूर खुद ही आगरा-दिल्ली राजमार्ग पर पैदल गुजर रहे हैं. सभी मजदूरों से अपील की जा रही है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें.
मथुराः बसों की कमी के कारण हरियाणा बॉर्डर से पैदल आ रहे प्रवासी मजदूर - पैदल आ रहे प्रवासी मजदूर
यूपी के मथुरा जिले में यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. प्रदेश सरकार द्वारा प्रवासी मजदूरों को अपने घर भेजने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है, लेकिन समय पर बस नहीं मिल पाने के कारण प्रवासी मजदूर आगरा-दिल्ली राजमार्ग से होते हुए पैदल ही गुजर रहे हैं.
मथुराः जनपद के कोसीकला थाना क्षेत्र यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर प्रवासी मजदूर सैकड़ों की संख्या में इकट्ठा हो रहे हैं. प्रवासी मजदूर कोई पैदल तो कोई साइकिल से सैकड़ों किलोमीटर का सफर तय करके अपने घर पहुंच रहे हैं, जिला प्रशासन द्वारा वय्वस्था की जा रही है, लेकिन यह फेल नजर आ रही हैं क्योंकि प्रवासी मजदूरों को समय पर सरकारी बसें उपलब्ध नहीं हो पा रही हैं.
सोशल डिस्टेंसिंग की अपील
इस मामले में सीओ छाता जगदीश काली रमन ने बताया कि यूपी-हरियाणा बॉर्डर पर प्रवासी मजदूरों से लगातार अपील की जा रही है कि प्रवासी मजदूर सरकारी बसों में ही सफर करें, कोई भी पैदल न निकले. लेकिन प्रवासी मजदूरों की संख्या ज्यादा होने के कारण मजदूर खुद ही आगरा-दिल्ली राजमार्ग पर पैदल गुजर रहे हैं. सभी मजदूरों से अपील की जा रही है कि सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखें.