मथुरा: सीएम योगी आदित्यनाथ ने जब से मथुरा में मांस और मदिरा बिक्री पर रोक लगाए जाने का ऐलान किया है. तब से इस व्यापार से जुड़े हुए लोगों में खलबली मची हुई है. मांस-मदिरा के व्यापार से जुड़े हुए लोगों में खासा नाराजगी देखने को मिल रही है, तो वहीं इस फैसले के बाद कुछ लोग खुश भी नजर आ रहे हैं.
मांस-मदिरा के व्यापार से जुड़े लोगों का कहना है कि अगर शासन-प्रशासन द्वारा ऐसा किया जाता है तो जो लोग इस व्यापार से जुड़े हुए हैं उनके परिवार कैसे चलेंगे. वह अपने बच्चों का पालन पोषण कैसे कर सकेंगे. अपना पेट कैसे भर पाएंगे. वहीं कुछ लोगों ने मुख्यमंत्री के इस ऐलान को सराहनीय बताया है.
व्यापार से जुड़े लोगों का कहना है कि सरकार जनपद में मांस मदिरा बिक्री रोकने से पहले इस व्यापार से जुड़े हुए लोगों को रोजगार मुहैया करा दे, क्योंकि कुछ लोग ऐसे हैं कि उन्हें इस कार्य के अलावा दूसरा कोई कार्य नहीं आता. अगर सरकार उन लोगों को दूसरा कोई रोजगार मुहैया नहीं करा पाती तो सरकार इसकी बिक्री पर भी रोक न लगाएं .लोगों का कहना है कि सरकार बिना सोचे समझे फैसला ले रही है. हजारों लाखों लोग इस व्यापार से जुड़े हुए हैं. उनके परिवार कैसे चलेंगे और वह अपने बच्चों को कैसे पाल पाएंगे.
जनपद में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो मुख्यमंत्री के मांस और मदिरा बिक्री पर रोक के ऐलान को सराहनीय कदम बता रहे हैं. लोगों का कहना है कि धर्म नगरी मथुरा में देश ही नहीं विदेशों से भी भारी संख्या में श्रद्धालु भक्त आते हैं, लेकिन जब वह यहां आते हैं तो उन्हें खुलेआम मांस-मदिरा बिकते हुए दिखाई देता है. जिससे उनकी भावना आहत होती है. उनकी आस्था को ठेस पहुंचती है. जो लोग इस व्यापार से जुड़े हुए हैं सरकार उन लोगों को दूसरा कोई काम मुहैया कराए ताकि वे अपने परिवार का भी पालन पोषण कर सके, लेकिन धार्मिक नगरी होने के नाते जनपद में मांस और मदिरा पर पूर्ण रूप से रोक लगनी चाहिए.
बीजेपी विधायक पूरन प्रकाश ने बताया कि उत्तर प्रदेश के 75 जिलों में बनारस, अयोध्या, मथुरा का अलग स्थान है. मथुरा में देश-विदेश से श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं. जब उन्हें यहां मांस-मदिरा बिकती नजर आती है तो उनकी भावनाएं आहत होती है. हिंदू धर्म में मांस के अलावा भी बहुत सारी चीजें खाने-पीने के लिए बनाई गई है. अगर मथुरा में मांस और मदिरा बिक्री पर रोक लगती है तो यह अच्छी बात है. अन्य बहुत से खानपान के व्यापार हैं जिसके ज्यादा ग्राहक मिलेंगे और ज्यादा आमदनी होगी. मांस-मदिरा के व्यापार से जुड़े हुए लोग अन्य व्यापार से जुड़कर उसे अपनी आमदनी का जरिया बना सकते हैं.
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