मथुरा: अखिल भारत हिंदू महासभा द्वारा प्राचीन कंस हाथी टीले पर हो रहे अवैध निर्माण को लेकर मथुरा जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर सोमवार को कार्रवाई की मांग की थी. महासभा ने मथुरा प्रशासन को 2 दिनों में अवैध अतिक्रमण को हटाने को लेकर दूसरा रास्ता लेने की भी चेतावनी दी थी. मामले को गंभीरता से लेते हुए मथुरा नगर निगम ने मंगलवार की दोपहर भारी पुलिस बल के साथ हाथी टीले से अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त करवा दिया है.
सहायक नगर आयुक्त राजकुमार मित्तल ने बताया कि अमरनाथ विद्यालय के पास हाथी टीला के नाम से प्रसिद्ध भूमि है. राजस्व अभिलेखों में यह 14 हेक्टेयर भूमि नगर निगम की है. इसी भूमि पर कब्रिस्तान है, जिसमें शवों को दफनाने का काम होता है. कब्रिस्तान सभी के काम आ रहा है. इसलिए मथुरा नगर निगम द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई. लेकिन कब्रिस्तान की आड़ में कुछ लोगों द्वारा होली वाले दिन से ही यहां बाउंड्री वॉल बनाकर कब्जा करना शुरू कर दिया था. जानकारी होने के बाद नगर निगम ने कार्रवाई शुरू कर दी. नगर आयुक्त ने बताया कि भू माफियाओं का यह उद्देश्य था कि होली के समय अधिकारी व्यस्त हैं. पुलिस कानून व्यवस्था में व्यस्त होगी. इसलिए उन्होंने अतिक्रमण करना शुरू किया था.
सहायक नगर आयुक्त ने बताया कि जानकारी के बाद पुलिस का सहयोग लेकर बाउंड्री वॉल को बुलडोजर की मदद से तोड़ दिया गया है. भू-माफियाओं की जमीन पर अतिक्रमण करने की मंशा थी. यह कब्रिस्तान की भूमि तक सीमित नहीं रहना चाहते थे. इन्होंने 8 मार्च को बाउंड्री बॉल बनाना शुरू कर दिया और यह लगातार काम करते चलते जा रहे थे. नगर निगम द्वारा मना करने के बाद भी बाउंड्री वॉल हटाने के लिए तैयार नहीं थे. पुलिस बल की सहायता से नगर निगम ने करोड़ों रुपये की संपत्ति को कब्जा मुक्त कराया है.
वहीं, हिंदू महासभा का कहना था कि मथुरा के भूतेश्वर पर स्थित प्राचीन कंस टीला है. जिस पर राजा कंस के हाथियों को बांधा जाता था. यह हिंदुओं का प्राचीन स्थल है. जिसे कुछ मुस्लिम भू माफियाओं द्वारा कब्जाया जा रहा है.