मथुराः जिले के व्यापारी और दुकानदार आस लगाए बैठे थे कि सात-आठ महीनों से चली आ रही मंदी से दिवाली पर शायद निजात मिल जाएगी. लेकिन, कोरोना के प्रभाव ने सारी उम्मीदों पर पानी फेर दिया है. दुकानदारों का कहना है कि दिवाली पर भी खरीदार बाजार में नहीं आ रहे. लॉकडाउन के कारण बाजारों में शुरू हुई मंदी अभी भी जारी है. ऐसा लग रहा है कि बाजार ही कोरोना से संक्रमित हो गया है.
रोजी-रोटी का संकट
पूरे विश्व में शुरू हुई कोरोना (कोविड-19) महामारी का देश में भी असर है. कोरोना की रोकथाम के लिए मार्च में पूरे देश में लॉकडाउन लगाया गया था. इससे अर्थव्यवस्था चरमरा गई थी. फिर सरकार ने धीरे-धीरे अनलॉक शुरू किया पर मथुरा के बाजार अभी भी मंदी से उबर नहीं पाए हैं. लॉकडाउन के कारण तमाम लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है.
पटाखे नहीं, जल रहीं उम्मीदें
मथुरा के व्यापारियों का कहना है कि उम्मीद थी कि दिवाली पर बाजार खुलेगा. इसी कारण दुकानें सजाई थीं. अभी तक गिने चुने ग्राहक ही आ रहे हैं. बाजार में सन्नाटा ही दिखाई दे रहा है. इस दिवाली पर पटाखों की बजाय उम्मीदें ही जल रही हैं.
कहीं डर, कहीं पैसा नहीं
मंदी का कारण लोगों में सिर्फ कोरोना का डर नहीं, बल्कि नकदी का अभाव भी है. दुकानदारों के अनुसार सभी क्षेत्रों में मंदी के कारण लोगों के पास धन की कमी है. इसलिए भी लोग बाजार में नहीं निकल रहे. कुछ लोग कोरोना के डर के कारण बाजार आने से बच रहे हैं.
बाजार में ग्राहकों की कमी है. कोरोना के कारण आई मंदी की वजह से दुकानदार परेशान हैं. दिवाली पर भी मंदी की मार से उबर नहीं सके हैं.
- योगेश अग्रवाल, दुकानदार
दिवाली पर बाजार में इतनी मंदी कभी नहीं देखी. मेरी दुकान में गिने-चुने ग्राहक आ रहे हैं. आसपास के मार्केट में भी सन्नाटा है.
- देवकीनंदन, दुकानदार