मथुरा: भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव को लेकर सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. मंदिर परिसर में 12 अगस्त की मध्य रात्रि को भगवान श्रीकृष्ण का जन्म उत्सव बड़े धूमधाम के साथ मनाया जाएगा. वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते इस बार श्रद्धालुओं का मंदिर में प्रवेश बंद है. दूर दराज से इक्का-दुक्का श्रद्धालु मथुरा श्रीकृष्ण जन्मभूमि पहुंच रहे हैं. वहीं भगवान के दर्शन न होने पर भक्तों ने मंदिर के द्वार पर ही प्रभु को दंडवत किया और मायूस होकर वापस घर लौट रहे हैं.
कल श्रीकृष्ण जन्माष्टमी
कोविड-19 के चलते भगवान श्रीकृष्ण के जन्मोत्सव की तैयारियों में कोई कमी नहीं आई. मंदिर पूरे भव्यता के साथ झिलमिल लाइटों से जगमगाएगा. जन्मभूमि परिसर, मंदिर परिसर के अंदर सेवायत ठाकुर जी का प्रकट उत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाने की तैयारी है. जिला प्रशासन ने जनपद के सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं का प्रवेश 10 अगस्त से 13 अगस्त तक वर्जित कर दिया है. मंदिर परिसर के अंदर ही जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा. संभवतः यह पहला अवसर होगा जब भक्त जन्माष्टमी पर भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन नहीं कर सकेंगे. ऐसे में श्रद्धालु घर पर ही नटखट नंदगोपाल के स्वागत की तैयारी में जुटे हुए हैं.
श्रद्धालु राहुल ने बताया भगवान श्री कृष्ण के जन्मोत्सव के लिए झांसी से आए हैं, लेकिन दर्शन नहीं मिले. लिहाजा गेट पर ही भगवान को प्रणाम कर वापस घर लौट रहे हैं.
एडीजी ने की समीक्षा बैठक
जन्माष्टमी के पर्व को देखते हुए एडीजी अजय आनंद जन्मभूमि पहुंचे. एडीजी ने अधिकारियों संग समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. एडीजी अजय आनंद ने बताया कि कल जन्माष्टमी के पर्व को देखते हुए मैं पुलिस की समीक्षा करने आया था और हमारी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं. कोविड-19 के तहत जो प्रोटोकॉल है उसका हम अनुपालन करेंगे. उसी के तहत यहां पर जन्माष्टमी भव्यता के साथ मनाई जाएगी, उसका लाइव प्रसारण होगा. मैं जनता से निवेदन करना चाहूंगा कि जन्माष्टमी का पर्व अपने घरों में रहकर मनाएं.