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मथुराः 50 फीट ऊंचे विशालकाय कंस के पुतले का वध कर मनाया गया कंस वध मेला

उत्तर प्रदेश के मथुरा में चतुर्वेदी समाज के लोगों ने कंस वध का मेले का आयोजन किया. इस मेले में कृष्ण और बलराम स्वरूपी युवकों ने 50 फीट ऊंचे विशालकाय कंस के पुतले का वध किया.

50 फीट ऊंचे विशालकाय कंस के पुतले का वध.
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Published : Nov 8, 2019, 8:48 PM IST

मथुराः कान्हा की नगरी में गुरुवार को चतुर्वेदी समाज के लोगों ने कंस वध का मेला बड़े ही धूमधाम से निकाला. इस दौरान हाथी पर सवार कृष्ण और बलराम स्वरूपी युवकों ने 50 फीट ऊंचे विशालकाय कंस के पुतले को पीट-पीटकर मारा और उसका वध किया. हजारों की संख्या में चतुर्वेदी समाज के लोगों ने कंस वध का मेला बड़े ही धूमधाम से मनाया.

50 फीट ऊंचे विशालकाय कंस के पुतले का वध.

कंस वध का मेले का आयोजन
कान्हा की नगरी में कार्तिक शुक्ल दशमी के दिन चतुर्वेदी समाज के लोगों ने कंस वध मेले का आयोजन किया. कंस के विशालकाय पुतले को चतुर्वेदी समाज के लोग यमुना किनारे विश्राम घाट से घसीटते हुए होली गेट पर लाकर उसे लाठी-डंडों से पीटकर उसका वध करते हैं. हजारों की संख्या में चतुर्वेदी समाज एकजुट होकर मेले का आनंद लेते हैं.

इसे भी पढ़ें- इटावा: रावण को माना जाता है संकटमोचक, वध तो करते हैं लेकिन जलाते नहीं

महेश पाठक चतुर्वेदी समाज समिति के अध्यक्ष ने कहा हर साल की तरह इस बार भी कंस वध का मेला बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. हाथी पर सवार कृष्ण और बलराम ने विशालकाय कंस को लाठी-डंडों से पीटकर उसका वध किया. कई सालों से चली आ रही इस परंपरा का आज भी निर्वाहन किया गया.
-महेश पाठक, अध्यक्ष ,चतुर्वेदी समाज समिति

मथुराः कान्हा की नगरी में गुरुवार को चतुर्वेदी समाज के लोगों ने कंस वध का मेला बड़े ही धूमधाम से निकाला. इस दौरान हाथी पर सवार कृष्ण और बलराम स्वरूपी युवकों ने 50 फीट ऊंचे विशालकाय कंस के पुतले को पीट-पीटकर मारा और उसका वध किया. हजारों की संख्या में चतुर्वेदी समाज के लोगों ने कंस वध का मेला बड़े ही धूमधाम से मनाया.

50 फीट ऊंचे विशालकाय कंस के पुतले का वध.

कंस वध का मेले का आयोजन
कान्हा की नगरी में कार्तिक शुक्ल दशमी के दिन चतुर्वेदी समाज के लोगों ने कंस वध मेले का आयोजन किया. कंस के विशालकाय पुतले को चतुर्वेदी समाज के लोग यमुना किनारे विश्राम घाट से घसीटते हुए होली गेट पर लाकर उसे लाठी-डंडों से पीटकर उसका वध करते हैं. हजारों की संख्या में चतुर्वेदी समाज एकजुट होकर मेले का आनंद लेते हैं.

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महेश पाठक चतुर्वेदी समाज समिति के अध्यक्ष ने कहा हर साल की तरह इस बार भी कंस वध का मेला बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. हाथी पर सवार कृष्ण और बलराम ने विशालकाय कंस को लाठी-डंडों से पीटकर उसका वध किया. कई सालों से चली आ रही इस परंपरा का आज भी निर्वाहन किया गया.
-महेश पाठक, अध्यक्ष ,चतुर्वेदी समाज समिति

Intro:मथुरा। कान्हा की नगरी में कंस वध का मेला शहर मे बड़े ही धूमधाम से निकाला गया। 50 फीट ऊंचे विशालकाय कंस के पुतले को चतुर्वेदी समाज के लोगों ने पीट-पीटकर मारा। कई सालों से चली आ रही परंपरा का आज भी निर्वाहन किया गया। हाथी पर सवार कृष्ण और बलराम स्वरूपी युवकों ने विशालकाय कंस को लाठी से पीट-पीटकर मारा और वध किया हजारों की संख्या में चतुर्वेदी समाज के लोगों ने कंस वध का मेला धूमधाम से मनाया।Body:कान्हा की नगरी मथुरा में कार्तिक शुक्ल दशमी के दिन चतुर्वेदी समाज के लोग कंस का वध करते है शहर में कंस वध मेला धूमधाम से मनाया जाता है ,कंस के विशालकाय पुतले को चतुर्वेदी समाज के लोग यमुना किनारे विश्राम घाट से घसीटते हुए होली गेट पर लाते हैं और लाठी-डंडों से पीट-पीटकर वध करते हैं। हजारों की संख्या में चतुर्वेदी समाज एकजुट होते हैं और मेले का आनंद लेते हैं।Conclusion:महेश पाठक चतुर्वेदी समाज समिति के अध्यक्ष ने कहा हर साल की तरह इस बार भी कंस वध का मेला बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। हाथी पर सवार कृष्ण और बलराम रूपी विशालकाय कंस को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर वध किया । कई सालों से चली आ रही परंपरा का आज भी निर्वाहन किया गया। चतुर्वेदी समाज के लोग विदेशों से आकर कंस वध मेले मैं सामिल होते है।

वाइट महेश पाठक अध्यक्ष चतुर्वेदी समाज समिति


Mathura reporter
Praveen sharma
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