मथुरा: जनपद के बहुचर्चित जवाहर बाग कांड के मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव के अपहरण का आरोप लगा रहे उसके गुरु भाई राजनारायण ने जनपद के न्यायालय सीजीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र देकर अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की गुहार लगाई है. इस मामले में सीजेएम कोर्ट में 6 दिसंबर को सुनवाई होगी.
दरअसल, 2 जून 2016 को सिविल लाइन क्षेत्र जवाहर बाग जो जिला उद्यान विभाग की सरकारी जमीन 80 एकड़ खाली कराने के दौरान हिंसक घटना हुई थी. इसमें दोनों पक्षों से गोलियां चलने के बाद तत्कालीन एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी और थाना अध्यक्ष संतोष यादव सहित 29 लोगों की जान चली गई थी. 2014 से सरकारी जमीन पर तथाकथित सत्याग्रहियों ने अवैध कब्जा कर लिया था.
गुरु भाई ने प्रार्थना पत्र न्यायालय में दिया
जवाहर बाग कांड के मुख्य आरोपी रामवृक्ष यादव के गुरु भाई राजनारायण निवासी बस्ती ने रामवृक्ष यादव के अपराध की रिपोर्ट दर्ज कराने के लिए जनपद के न्यायालय सीजीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल किया है. कहा कि अज्ञात पुलिसकर्मियों ने 2 जून 2016 को पुलिस वैन में रामवृक्ष यादव का अपहरण कर लिया था. उसके बाद उसका कुछ पता नहीं चला.
जांच का इंतजार
तत्कालीन प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने हिंसक जवाहर बाग कांड की न्यायिक जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज से जांच कराई थी जिसमें टीम द्वारा आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किए गए.
29 लोगों की जान गई
सरकारी जमीन खाली कराते समय सत्याग्रहियों और पुलिस प्रशासन द्वारा आमने-सामने की फायरिंग की गई थी. इसमें एसपी सिटी मुकुल द्विवेदी थाना अध्यक्ष संतोष यादव सहित 29 लोगों की जान गई थी. कुछ सत्याग्रहियों की भी मौत हुई थी. इसमें कुछ शवों की शिनाख्त होने के बाद जिला प्रशासन और न्यायिक जांच ने रामवृक्ष यादव के बारे में जानकारी देते हुए कहा था कि जवाहर बाग खाली कराते समय रामवृक्ष यादव का कुछ पता नहीं चला.
एलके गौतम अधिवक्ता ने बताया रामवृक्ष यादव के गुरु भाई राज नारायण ने जनपद के सीजीएम कोर्ट में प्रार्थना पत्र देते हुए अज्ञात पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने व रामवृक्ष यादव का पता लगाने की गुहार लगाई है. देर शाम कोर्ट ने इस मामले में 6 दिसंबर को सुनवाई की तारीख मुकर्रर कर दी है.