मथुरा: राजस्थान के बहुचर्चित राजा मानसिंह हत्याकांड के आरोपी पूर्व सीओ कान सिंह भाटी की जयपुर के एक अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. कान सिंह भाटी समेत 11 पुलिस कर्मियों को मथुरा जिला न्यायालय कोर्ट ने 22 जुलाई को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. 21 फरवरी 1985 को भरतपुर के डींग में राजा मानसिंह की कथित एनकाउंटर में मौत हुई थी.
क्या था मामला
20 फरवरी 1985 को भरतपुर के डींग विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर चुनाव प्रचार करने के लिए डींग पहुंचे. राजा मानसिंह के समर्थकों ने मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर और मंच तोड़ दिया था. 20 फरवरी को ही राजा मानसिंह के खिलाफ राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवचरण माथुर का हेलीकॉप्टर और मंच तोड़ने की एफआईआर डींग थाने में हुई. 21 फरवरी 1985 को राजस्थान में चुनाव प्रचार चल रहा था.
डींग विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार राजा मानसिंह अपनी जोंगा जीप लेकर चुनाव प्रचार के लिए लाल कुंडा चुनाव कार्यालय पहुंचे, तभी पुलिस ने उन्हें घेर लिया. ताबड़तोड़ फायरिंग हुई. इस घटना में राजा मान सिंह, उनके साथी सुमेर सिंह और हरि सिंह की मौत हो गई. उनके शव जीप में मिले थे.
जेल अधीक्षक शैलेंद्र मैत्रय ने बताया कि जिला कारागार में बंद आजीवन कारावास की सजा काट रहे राजा मानसिंह हत्याकांड के आरोपी पूर्व सीओ कान सिंह भाटी की आज जयपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई. वे करीब सात दिन से यहां भर्ती थे.