मथुरा: नये कृषि कानून को लेकर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं का मंगलवार को 34वें दिन भी विरोध प्रदर्शन जारी रहा. कलेक्ट्रेट मुख्यालय पर भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने किसान सम्मान निधि वापस की और उप जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपा. इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने जो किसानों की सम्मान निधि के तहत 2000 रुपये दिए हैं, हम उसमें 100 रुपये बढ़ाकर 2100 रुपये का चेक किसान सम्मान निधि, अपमान निधि के तौर पर वापस कर रहे हैं.
कृषि कानूनों के विरोध में भारतीय किसान यूनियन के दर्जनों कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट मुख्यालय के गेट पर पहुंच कर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदेश-केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए किसानों ने कहा कि कृषि कानून सरकार को वापस लेना होगा. जब तक कृषि कानून वापस नहीं हो जाता, किसानों का धरना प्रदर्शन जारी रहेगा.
25 कार्यकर्ताओं ने वापस की किसान सम्मान निधि
भारतीय किसान यूनियन के 25 कार्यकर्ताओं ने किसान सम्मान निधि धनराशि वापस किया है. केंद्र सरकार ने किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि के तौर पर 2 हजार रुपये की धनराशि खाते में डाली गई थी, लेकिन किसानों ने कृषि कानून का विरोध करते हुए किसान सम्मान निधि अपमान निधि के तौर पर वापस किया. कलेक्ट्रेट मुख्यालय गेट पर कृषि कानून के विरोध में किसानों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए पांच सूत्रीय मांगों का ज्ञापन उप जिलाधिकारी को सौंपा.
किसान विरोधी कृषि कानून सरकार को वापस लेना होगा. केंद्र सरकार ने किसानों के खाते में किसान सम्मान निधि धनराशि 2 हजार रुपये डाली थी, लेकिन अभी तक किश्त आई नहीं है. उससे पहले किसानों ने 100 अतिरिक्त रुपये जोड़कर 2100 रुपये की किसान सम्मान निधि जो कि अपमान निधि है हम उसे वापस कर रहे हैं. सरकार को किसान विरोधी कानून वापस लेना होगा.
-राजकुमार, जिला अध्यक्ष, भारतीय किसान यूनियन
किसानों द्वारा किसान सम्मान निधि की धनराशि वापस की गई है. किसान यूनियन द्वारा एक ज्ञापन भी सौंपा गया है. कृषि कानून को लेकर भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे थे.-जवाहर लाल श्रीवास्तव, सिटी मजिस्ट्रेट