मथुरा : कोसीकला पुलिस ने गैंगरेप के झूठे मुकदमे का खुलासा करते हुए 2 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. जांच में यह बात सामने आई कि दुश्मनी निकालने के लिए गैंगरेप का फर्जी केस कराया गया था. पकड़े गए एक आरोपी के पास से मोबाइल फोन बरामद किया गया है. साजिश में कुल 5 लोग शामिल थे. पुलिस 3 अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है.
छाता क्षेत्राधिकारी गौरव त्रिपाठी ने बताया कि लेखन पंडित उसके परिजन एवं उसके साथियों ने तीन अलग-अलग लोगों से अपनी दुश्मनी निकालने के लिए साजिश रची. राजस्थान की मूल निवासी और हाल में कोसीकला क्षेत्र में रह रही एक किशोरी और उसके परिजनों काे झांसा देकर इस साजिश का हिस्सा बनाया. किशोरी के साथ गैंगरेप का मुकदमा तीन लोगों पर कराया गया था. पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही थी तो उस दौरान संज्ञान में आया कि किशोरी के पिता का नाम लेखराज नहीं बल्कि सत्तो है. धीरे-धीरे पूरे मामले की परतें खुलती गईं. पुलिस ने षड्यंत्र रचने वाले 5 लोगों को चिन्हित कर लिया. पुलिस ने एक आरोपी और उसकी महिला मित्र को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
सीओ ने बताया कि थाना कोसीकला पुलिस द्वारा प्रभारी निरीक्षक कोसीकला के नेतृत्व में साजिश का खुलासा किया गया. नाबालिग लड़की को बहला-फुसलाकर उसके फर्जी दस्तावेज तैयार कराकर कुछ लोगों से आपसी रंजिश व दुश्मनी निकालने के लिए तीन अलग-अलग व्यक्तियों के विरुद्ध गैंगरेप का मुकदमा कराया गया था. जांच में पता चला कि लेखन पंडित का कुछ लोगों से दुश्मनी थी.आपसी रंजिश और मुकदमों में दबाव बनाने के लिए इन्होंने गैंगरेप का मुकदमा पंजीकृत कराया था. घटना में जो भी शामिल रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.
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