ETV Bharat / state

मथुरा: गोवर्धन पर्वत के दर्शन करने दूर दराज से आते हैं श्रद्धालु, अनोखे प्रकार से करते हैं परिक्रमा - मथुरा गोवर्धन पूजा ताजा समाचार

मथुरा में गोवर्धन पर्वत के दर्शन के लिए दूरदराज से लोग आते हैं. यहां मध्यप्रदेश के चित्रकूट से आये ग्रामीण, अपने साथ मोर पंख लाते हैं और उस पंख में गाय के पूंछ के बालों की गांठ हर 12 वर्ष बाद बांधकर अपने मंदिरों में रखते हैं.

गोवर्धन पर्वत के दर्शन करने दूर दराज से आते हैं श्रद्धालु, अनोखे प्रकार से करते हैं परिक्रमा
author img

By

Published : Oct 28, 2019, 11:11 PM IST

मथुरा: जिले में गोवर्धन पूजा पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है. दीपावली और गोवर्धन पूजा के अवसर पर उत्तर प्रदेश के अलावा, मध्य प्रदेश चित्रकूट से ग्रामीण हाथों में लाठी और मोरपंख लेकर गिरिराज जी के दर्शन के लिए आते हैं और नाच गाकर गिरिराज जी की परिक्रमा करते हैं. साथ ही दीपदान कर दीपावली मनाते हैं .

गोवर्धन पर्वत के दर्शन करने दूर दराज से आते हैं श्रद्धालु, अनोखे प्रकार से करते हैं परिक्रमा
दूर दराज से दर्शन करने आते हैं श्रद्धालुदूर दराज से आये श्रद्धालु मोर पंख लेकर उसमें हर 12 वर्ष बाद गाय की पूंछ के बालों की गांठ मारते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वह हर 12 वर्ष बाद गिरिराज जी के दर्शन करने के लिए आते हैं और परिक्रमा लगाकर दीपावली मनाते हैं. उनका कहना है कि वह मोर पंख में गाय के पूछ के बालों की हर 12 वर्ष बाद गांठ मारते हैं और उस मोर पंख को अपने घर के मंदिर में रखकर उनकी पूजा करते हैं.

मथुरा: जिले में गोवर्धन पूजा पूरे धूमधाम से मनाया जा रहा है. दीपावली और गोवर्धन पूजा के अवसर पर उत्तर प्रदेश के अलावा, मध्य प्रदेश चित्रकूट से ग्रामीण हाथों में लाठी और मोरपंख लेकर गिरिराज जी के दर्शन के लिए आते हैं और नाच गाकर गिरिराज जी की परिक्रमा करते हैं. साथ ही दीपदान कर दीपावली मनाते हैं .

गोवर्धन पर्वत के दर्शन करने दूर दराज से आते हैं श्रद्धालु, अनोखे प्रकार से करते हैं परिक्रमा
दूर दराज से दर्शन करने आते हैं श्रद्धालुदूर दराज से आये श्रद्धालु मोर पंख लेकर उसमें हर 12 वर्ष बाद गाय की पूंछ के बालों की गांठ मारते हैं. ग्रामीणों का कहना है कि वह हर 12 वर्ष बाद गिरिराज जी के दर्शन करने के लिए आते हैं और परिक्रमा लगाकर दीपावली मनाते हैं. उनका कहना है कि वह मोर पंख में गाय के पूछ के बालों की हर 12 वर्ष बाद गांठ मारते हैं और उस मोर पंख को अपने घर के मंदिर में रखकर उनकी पूजा करते हैं.
Intro:.Body:.Conclusion:.
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.