मथुरा: दक्षिण भारतीय शैली के विशालतम श्री रंगनाथ मंदिर में पांच दिवसीय विवाह उत्सव का आयोजन हुआ. इस दौरान भक्तों ने 4 दिनों तक विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का आनंद लिया. साथ ही उत्सव के अंतिम दिन अपने आराध्य देव के विवाह के साक्षी बने. उत्सव के अंतर्गत मां गोदाम्मा लाल जोड़े में घूंघट रखकर निज मंदिर से निकलीं और भगवान रंगनाथ के समक्ष पहुंचीं, जहां सेवायतों की ओर से उनको भगवान रंगनाथ की माला और आभूषण पहनाया गया और धूमधाम के साथ विवाह संपन्न कराया गया.
मां गोदाम्मा का संपन्न हुआ विवाह
- श्री रंगनाथ मंदिर में मां गोदाम्मा का विवाह उत्सव बड़े ही धूमधाम से मंगलवार को मनाया गया.
- इस दौरान विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों का श्रद्धालु भक्तों ने आनंद लिया.
- उत्सव के अंतिम दिन अपने आराध्य देव के विवाह के श्रद्धालु साक्षी बने.
- उत्सव के अंतर्गत मां गोदाम्मा लाल जोड़े में घूंघट रखकर निज मंदिर से निकली और भगवान रंगनाथ के समक्ष पहुंचीं.
- भगवान के सामने पहुंचते सेवायतों ने उनको भगवान रंगनाथ का माला और आभूषण पहनाया.
- इसके बाद मां गोदाम्मा जी यमुना जी के दर्शन करने यमुना पहुंचीं.
- यमुना दर्शन करने के बाद मंदिर पहुंची सवारी को विश्राम देने के बाद मां गोदाम्मा जी का अभिषेक किया गया.
- इसके बाद उनके मांगलिक प्रतीक हल्दी, कुमकुम लगाकर दुल्हन की तरह श्रृंगार किया गया.
- माला अदला-बदली कार्यक्रम में पुजारी राजू स्वामी ने तीन बार भगवान रंगनाथ और माता गोदाम्मा जी को एक दूसरे को पहनाई.
- इस दौरान विशेष नृत्य और मंगल गीतों के मध्य माला पहनायी गई.
- इस दौरान भगवान रंगनाथ के ससुर बने भट्ट नाथ स्वामी भी पधारे.
- भगवान रंगनाथ माता गोदाम्मा के साथ बारहद्वारी स्थित मंडप पर पहुंचे.
- भगवान ने माता गोदाम्मा जी को मंगलसूत्र पहनाया.
- भक्तजनों की उपस्थिती में ठाकुर जी के विवाह के साक्षी बनकर स्वयं को धन्य किया.
उत्सव के अंतर्गत पूजन-अर्चन कर सेवायातों की ओर से धूमधाम के साथ भगवान रंगनाथ और मां गोदाम्मा जी का विवाह उत्सव संपन्न कराया. इस दौरान श्रद्धालु भक्त भगवान रंगनाथ और मां गोदाम्मा जी के विवाह के साक्षी बन कर अपने आपको धन्य समझ रहे थे. पूरा मंदिर परिसर जयकारों से गुंजायमान हो उठा.
-अनघा श्रीनिवासन, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, रंगनाथ मंदिर
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