मथुरा: सर्राफा कारोबारी नीरज अग्रवाल ने पारिवारिक क्लेश और लेनदेन को लेकर परिवार के साथ संदिग्द परिस्थितियों में आत्महत्या कर ली. नीरज अग्रवाल का शव यमुना एक्सप्रेसवे माइल संख्या 105 पर कार में मिला. पुलिस ने मृतक नीरज अग्रवाल की गाड़ी से सुसाइड नोट बरामद किया, जिसमें पारिवारिक क्लेश और लेनदेन का जिक्र किया गया है. नीरज अग्रवाल नोटबंदी के दौरान करोड़ों रुपये के हेरफेर को लेकर आयकर विभाग और पुलिस टीम के रडार पर थे. वहीं परिजनों ने आरोप लगाया कि आत्महत्या नहीं बल्कि उनकी हत्या हुई है . पहले भी उनके ऊपर कई बार हमला हो चुका है.
कारोबारी नीरज अग्रवाल बीएस बुलियन के नाम से एक फ्रेंचाइजी चलाते थे, जिसमें नीरज अग्रवाल सहित चार पार्टनर है. 8 नवंबर 2016 को देशभर में नोटबंदी की गई. नोटबंदी के दौरान नीरज अग्रवाल ने बीएस बुलियन फ्रेंचाइजी के जरिए करोड़ों रुपये का हेरफेर किया, तभी नीरज अग्रवाल का नाम सुर्खियों में आया. आयकर विभाग और पुलिस की टीम ने नीरज अग्रवाल के घर पर कई बार छापेमारी की, जिसमें घर से कई अहम दस्तावेज भी बरामद किए गए.
नीरज अग्रवाल ने बुधवार को अपनी लाइसेंसी पिस्टल से पत्नी नेहा अग्रवाल, बेटी धन्या, बेटे शौर्य और खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली. बेटे की हालत नाजुक बनी हुई है, जिसे उपचार के लिए दिल्ली अपोलो अस्पताल के लिए रेफर कर दिया गया है. पुलिस ने नीरज अग्रवाल की गाड़ी से सुसाइड नोट बरामद किया है, जिसमें पारिवारिक क्लेश और लेनदेन का जिक्र हुआ है. पुलिस ने सुसाइड नोट को फॉरेंसिक जांच के लिये भेज दिया है और मामले की जांच की जा रही है.
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परिजनों ने लगाया हत्या का आरोप
वहीं परिजनों का कहना है कि कुछ समय पहले भी नीरज अग्रवाल के ऊपर जानलेवा हमला किया जा चुका है, जिसके बाद अब इस घटना को अंजाम दिया गया है. पुलिस ने पीड़ित परिवार की तहरीर पर मनीष चतुर्वेदी, आशीष अरोड़ा, नीरज चतुर्वेदी और आशीष चतुर्वेदी के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच में जुट गई है.