मथुरा: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कवायद तेज कर दी है. सभी पार्टियां अपना वोट बैंक बढ़ाने में लगी हैं. इसके चलते ब्राह्मणों के साथ साधु-संतों का भी सहारा लिया जा रहा है. कुछ दिनों पहले ही प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने साधु-संतों के साथ वृंदावन में भोजन किया था.
अब बीएसपी को भी साधु संतों की याद आने लगी है. इसके चलते 19 नवंबर को वृंदावन के श्यामा-श्याम धाम में साधु संतों को रिझाने और उनका आशीर्वाद लेने बीएसपी के राष्ट्रीय महासचिव सतीशचंद्र मिश्र पहुंच रहे है. इस दौरान आयोजित होने वाले कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीएसपी ने हजारों साधु-संतों को निमंत्रण भेजा है.
बीएसपी राष्ट्रीय महासचिव सतीश मिश्र अपनी पत्नी के साथ 19 नवंबर को वृंदावन के श्यामा-श्याम धाम स्थित निजी आवास पर साधु-संतों से आशीर्वाद लेने के लिए पहुंचेंगे. इस कार्यक्रम में साधु-संतों को भोज भी कराया जाएगा. इसके लिए वृंदावन के करीब एक हजार साधु संतों को निमंत्रण भेजा गया है. साधु संतों का आशीर्वाद लेने के बाद प्रदेश में सत्ता हासिल करने का बीएसपी का लक्ष्य है.
पिछले कई महीनों से राजनीतिक पार्टियां साधु संतों के आसपास दिखने लगीं हैं. बीते 10 नवंबर को प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वृंदावन के टूरिस्ट फैसिलिटी सेंटर में 101 साधु-संतों के साथ भोजन ग्रह किया था. प्रदेश में दोबारा से बीजेपी सरकार बनाने का आशीर्वाद लिया गया था. राजनेताओं का मानना है कि साधु-संतों के आशीर्वाद के बिना प्रदेश में सरकार बनाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है.
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देश और प्रदेश में लाखों साधु संतों की संख्या होने के बाद राजनितिक मायने और बढ़ जाते हैं क्योंकि मतदान के दिन एक-एक वोट महत्वपूर्ण माना जाता है. इसीलिए राजनीतिक पार्टियां साधु-संत व महंत को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए कार्तिक माह में भोज का कार्यक्रम रखतीं हैं. 19 नवंबर को वृंदावन में बीएसपी राष्ट्रीय महासचिव सतीशचंद्र मिश्र साधु-संत व महामंडलेश्वर का आशीर्वाद लेते नजर आएंगे.
वृंदावन में बीएसपी के कार्यक्रम को लेकर पार्टी नेताओं ने अभी मीडिया से दूरी बनाकर रखी है. इस कार्यक्रम को लेकर स्थानीय विधायक और कार्यकर्ता कुछ बोलने को तैयार नहीं है.
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