फिरोजाबाद : जिले में मंगलवार को नसीरपुर थाना क्षेत्र के जंगलों में लकड़ी के अवैध कटान को रोकने गई वन विभाग की टीम पर तस्करों के समूह ने हमला बोल दिया. इस हमले में वन दारोगा और दो गार्ड भी गंभीर रूप से घायल हो गये, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. हमले में बचे हुए वनकर्मियों ने किसी तरह भागकर अपनी जान बचाई. हमलावर वन माफिया दारोगा और गार्ड की दो बंदूक भी ले गए.
वन क्षेत्राधिकारी श्यामू सिंह ने बताया कि मंगलवार दोपहर लगभग 2 बजे सूचना मिली थी कि गांव हरिया-समूहा के जंगलों में कुछ लोग वन विभाग के लकड़ी का अवैध रूप से कटान कर रहे हैं. इस सूचना पर वन दारोगा प्रताप सिंह, वनरक्षक विजय कुमार, कैटल गार्ड जगबीर सिंह, राजेंद्र सिंह अन्य कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे. वनकर्मियों की टीम में लगभग 10 लोग थे. उन्होंने बताया कि मौके पर लकड़ी का अवैध रूप से कटान हो रहा था. कई ट्रैक्टर ट्राॅली में लकड़ी लदी खड़ी थी. इसके अलावा कई ऊंटों पर भी लकड़ी लदी थी.
उन्होंने बताया कि वन विभाग की टीम को देखकर तस्करों में भगदड़ मच गई, लेकिन दो ऊंटों को वन विभाग की टीम ने पकड़ लिया. थोड़ी देर में लगभग 100 से अधिक लोग धारदार हथियार लेकर आ गए, जिन्होंने न केवल ऊंटों को छुड़ा लिया, बल्कि वन दारोगा और अन्य कर्मियों की जमकर पिटाई की. उनकी दो बंदूकें भी लूट लीं. अन्य बचे गार्ड ने किसी तरह वहां से भाग कर अपनी जान बचाई. उन्होंने बताया कि वनकर्मी सीधे थाना नसीरपुर पहुंचे और पुलिस को जानकारी दी. पुलिस ने सभी घायलों को शिकोहाबाद के संयुक्त अस्पताल में भर्ती कराया है. दारोगा प्रताप सिंह और कैटल गार्ड जगबीर सिंह को गंभीर चोटें आई हैं. अन्य लोगों को मामूली चोटें आई हैं.
इस संबंध में इंस्पेक्टर नसीरपुर राजीव कुमार का कहना है कि इस मामले में एफआईआर दर्जकर आरोपियों की तलाश की जा रही है.