मथुरा: यम द्वितीया का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है. भाई-बहन एक साथ यमुना नदी में स्नान करते हैं और यम के प्रकोप से मुक्ति पाते हैं. दूर-दराज से पहुंचे लाखों श्रद्धालुओं ने यमुना नदी में स्नान किया. पौराणिक मान्यता है की भाई दूज के दिन भाई-बहन के एक साथ यमुना नदी में स्नान करने से यमराज के प्रकोप से मुक्ति मिलती है.
- शहर के विश्राम घाट पर सदियों पुराना मंदिर आज भी स्थापित है.
- आज भाई-बहनों ने यमुना नदी में स्नान किया.
- यमराज के प्रकोप से बचने के लिए यमुना नदी में स्नान करने के बाद श्रद्धालु यहां दान-पुण्य करते हैं.
- दिवाली के दो दिन बाद भैया दूज बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है.
- कहा जाता है कि इस दिन यमराज अपनी बहन यमुना के घर आए और यमुना महारानी ने अपनी भाई की खूब खातिरदारी की.
- जिसके चलते यमराज प्रसन्न हो गए और अपनी बहन को कोई वर मांगने को कहा.
- यमुना महारानी ने कहा कि भैया आप के प्रकोप से लोगों को धरती लोक पर मुक्ति कैसे मिलेगी.
- यमराज ने कहा भाई दूज के दिन भाई-बहन एक साथ आपके यमुना नदी में स्नान करेंगे तो उन्हें मेरे प्रकोप से मुक्ति मिलेगी.
- तभी से चली आ रही परंपरा आज भी कायम है.
भैया दूज के दिन यमुना नदी में भाई-बहन एक साथ स्नान करते हैं. इसलिए हम स्नान करने के लिए आए हैं. कहा जाता है कि स्नान करने से यमराज के प्रकोप से मुक्ति मिलती है.
-राजेश, श्रद्धालु