मथुरा: भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत लखनऊ जाते समय यमुना एक्सप्रेस-वे पर गांव बरौली के पास भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं से रूबरू हुए. इस दौरान कार्यकर्ताओं ने राकेश टिकैत का जोरदार स्वागत किया. राकेश टिकैत ने सभी किसानों को तीनों कृषि कानूनों का जोर-शोर से विरोध करने को कहा. उन्होंने कहा कि किसानों को किसान विरोधी सरकार के खिलाफ एकजुट होकर विरोध करना होगा. जब तक सरकार काले कृषि कानून को वापस नहीं लेती, हमारा आंदोलन समाप्त नहीं होगा.
राजधानी लखनऊ जाते समय किसानों से रूबरू हुए राकेश टिकैत ने बताया कि वह लखनऊ में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि जो किसानों के मुद्दे हैं, जिनको सरकार नहीं मान नहीं, इन सारे मुद्दों पर कार्यक्रम में बातचीत होगी. तीनों कषि कानून जब तक वापस नहीं होंगे और जब तक एमएसपी पर गारंटी कानून नहीं बनेगा, तब तक दिल्ली बॉर्डर पर चल रहा किसानों का धरना समाप्त नहीं होगा.
मीडिया से बातचीत में राकेश टिकैत ने कहा कि मोदी सरकार घबरा नहीं रही है, वह पूरा मुकाबला कर रही है. हम यह नहीं चाहते कि सरकार हमसे घबराए. बस जो हमारी जायज मांगें हैं, सरकार उनको मान ले. वहीं जब उनसे पूछा गया कि आप एमएसपी पर कोई खुलासा करने जा रहे हैं तो उन्होंने कहा कि क्यों न एमएसपी पर खुलासा करें. एमएसपी पर कितना बड़ा भ्रष्टाचार किया जा रहा है. राकेश टिकैत ने कहा कि यहां पर बाजरा एमएसपी पर नहीं बिक रहा है, लेकिन सरकार कह रही है कि बिक रहा है. बाजरा की बात छोड़िए गेहूं, चना, मूंग और सरसों इत्यादि कोई भी चीज एमएसपी पर नहीं बिक रही है. इसीलिए हम एमएसपी पर गारंटी कानून मांग रहे हैं.
राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों के लिए यह संदेश है कि अब उठ जाओ और चलो इस लड़ाई में शामिल होने के लिए. वहीं जब उनसे पूछा गया कि सरकार से क्या उम्मीद लग रही है तो उन्होंने कहा कि अभी कोई उम्मीद नहीं लग रही है. वह लोग 8-9 महीने से धरने पर बैठे हैं. कोई सुनवाई नहीं हो रही है. जब उनसे पूछा गया कि सरकार कह रही है आप बात नहीं करते तो उन्होंने कहा कि बात करने के लिए ही उनके दरवाजे पर बैठे हुए हैं.
कन्नौज में भाकियू के कार्यकर्ताओं से की मुलाकात
आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे से होकर लखनऊ जाते समय भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने तालग्राम कट पर रूक कर कार्यकर्ताओं से मुलाकात की. इस दौरान राकेश टिकैत ने सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि सरकार देश को मजदूर बनाना चाहती है. यह मसला बातचीत से हल होगा और हमको किसी के सामने झुकाना नहीं है. उन्होंने कहा कि 5 सितंबर को मुजफ्फरनगर में होनी वाली महापंचायत ऐतिहासिक होगी. उस दिन संयुक्त किसान मोर्चा का बड़ा और कड़ा फैसला होगा. किसानों का आंदोलन बिना किसी नतीजे के समाप्त नहीं होगा.
भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि नौ महीने से हमारा आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार बात नहीं मान रही है. सरकार किसानों की जमीन छीनना चाहती है. अकेले रामपुर में 11 हजार फर्जी किसान बनाकर धान खरीद की गई. राजधानी लखनऊ को घेरने के सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि किसानों ने बार-बार कहा है कि यदि केंद्र सरकार उनकी बात नहीं सुनती तो वे प्रत्येक प्रदेश में आंदोलन करेंगे. उसी कड़ी में उत्तर प्रदेश विधानसभा का घेराव भी किया जाएगा.
सपा छात्र सभा के कार्यकर्ताओं ने राकेश टिकैत को दिया समर्थन
वहीं राजधानी लखनऊ में समाजवादी पार्टी के छात्र सभा ने आज समर्थन सभा का आयोजन किया था, लेकिन कार्यक्रम की अनुमति न होने को लेकर पुलिस ने कार्यकर्ताओं को शिरोज कैफे से बाहर कर दिया. इस दौरान पुलिस से कार्यकर्ताओं की नोकझोंक भी हुई. समर्थन पत्र हासिल करने पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने किसानों की मांगें न मानने को लेकर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला.
राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार को गन्ना किसानों का 12 हजार करोड़ रुपये का भुगतान करना होगा और कृषि कानूनों को वापस लेने का काम करना होगा, नहीं तो किसान लगातार आंदोलन करते रहेंगे. लखनऊ में किसान आंदोलन किए जाने के ऐलान को लेकर पूछे गए सवाल पर राकेश टिकैत ने कहा कि वह जल्दी ही लखनऊ ही नहीं पूरे उत्तर प्रदेश में किसान आंदोलन को और तेज करने का काम करेंगे. उन्होंने कहा कि छात्रों ने आज उन्हें समर्थन पत्र दिया है. इसका वह धन्यवाद ज्ञापित करते हैं.